
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Supreme Court Collegium) ने वकील सौरभ किरपाल (Saurabh Kirpal) को दिल्ली हाई कोर्ट का जज नियुक्त करने की सिफारिश की है. सिफारिश केंद्र सरकार को भेज दी गई है. जानकारी के मुताबिक सौरभ किरपाल सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस बीएन किरपाल के बेटे हैं. जानकारी के मुताबिक दिल्ली हाईकोर्ट में जज के रूप में उनकी नियुक्ति का मामला कई कई बार अटक चुका है. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उनकी नियुक्ति को लेकर सिफारिश की है.
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने पुनर्विचार कर अपनी पिछली सिफारिशों को दोहराते हुए चार और वकीलों को दिल्ली हाई कोर्ट में जज के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है. इन चार वकीलों में तारा वितस्ता गंजु, अनीश दयाल, अमित शर्मा और मिनी पुष्करना शामिल हैं.
वहीं बात करें सौरभ किरपाल की तो पिछले तीन सालो में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की बैठकों में कई बार उन पर चर्चा हुई. जानकारी के मुताबिक सबसे पहले साल साल 2017 में कॉलेजियम ने सौरभ किरपाल को दिल्ली हाईकोर्ट का जज नियुक्त करने की सिफारिश की थी.
मद्रास हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव बनर्जी के ट्रांसफर की सिफारिश पर विचार की मांग
वहीं दूसरी ओर मद्रास बार एसोसिएशन ने रविवार को मद्रास हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव बनर्जी को ट्रांसफर किए जाने की सिफारिशों का विरोध किया और सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम से इस सिफारिश पर दोबारा विचार करने की मांग की. इसके लिए एक प्रस्ताव पारित किया गया. कॉलेजियम ने चीफ जस्टिस बनर्जी का ट्रांसफर मेघालय हाई कोर्ट करने की सिफारिश की है. इसके बाद मद्रास के वकील लगातार इसका विरोध कर रहे हैं और इसे “सजा” के तौर पर देख रहे हैं.
इमरजेंसी सेशन में सिफारिश पर विचार की मांग करते हुए पारित प्रस्ताव में कहा गया, “चीफ जस्टिस संजीव बनर्जी का ट्रांसफर मद्रास हाई कोर्ट से मेघालय हाई कोर्ट करने और जस्टिस टीएस शिवागनानम को कलकता हाई कोर्ट ट्रांसफर करने की सिफारिशों में अपारदर्शिता को लेकर एसोसिएशन काफी चिंतित है. ये ट्रांसफर स्थानांतरण के लिए प्रकिया ज्ञापन का उल्लंघन जैसे दिख रहे हैं. ये ट्रांसफर सजा के तौर पर लग रहा है और यह न्यायपालिका की स्वतंत्रता के लिए सही संकेत नहीं हैं.”