
दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कोवैक्स वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत जल्द ही दूसरे देशों को कोविड-19 के वैक्सीन कोविशील्ड की सप्लाई शुरू कर देगा. हाल ही में केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को संयुक्त राष्ट्र समर्थित कोवैक्स वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत कोविशील्ड टीके की खुराक को निर्यात करने की अनुमति दी है. इस कार्यक्रम के तहत कोविड-19 रोधी टीके कोविशील्ड की 50 लाख खुराक नेपाल, ताजिकिस्तान और मोजाम्बिक को भेजा जाएगा.
इन तीन देशों के अलावा सीरम इंस्टीट्यूट कोवैक्स कार्यक्रम के तहत बांग्लादेश को भी कोविशील्ड टीके का निर्यात करेगा. एसआईआई आज से यानी 23 नवंबर से कोवैक्स कार्यक्रम के तहत कोविड टीके का निर्यात शुरू करेगा. कोविशील्ड टीके की पहली खेप नेपाल को मिलेगी.
आज रवाना होगी पहली खेप
सीरम इंस्टीट्यूट के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि पुणे से नेपाल के लिए टीके की पहली खेप आज रवाना होगी. हालांकि, किन्हीं कारणों से डिलीवरी में दो से तीन दिन देरी जरूर हुई है.
इस साल अप्रैल में, केंद्र ने कोविड -19 टीकों के निर्यात को रोक दिया था, क्योंकि देश में दूसरी लहर अपने चरम पर थी. हालांकि, दूसरी लहर अब नियंत्रण में है, ऐसे में COVAX कार्यक्रम के तहत टीकों का निर्यात भी अब शुरू किया जा रहा है.
एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का भारतीय संस्करण है कोविशील्ड
कोविशील्ड ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का भारतीय संस्करण है, और भारत में इसका निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जा रहा है. यह देश में दो सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली वैक्सीन में से एक है. दूसरा टीका कोवैक्सिन है, जिसे हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है. कोविशील्ड और कोवैक्सिन पहले दो टीके थे जिन्हें भारत में टीकाकरण अभियान के लिए आपातकालीन उपयोग की इजाजत मिली थी.
लगातार बढ़ रहा स्टॉक
इससे पहले सरकार ने अक्टूबर में सीरम इंस्टीट्यूट को ‘वैक्सीन मैत्री’ कार्यक्रम के तहत नेपाल, म्यांमा और बांग्लादेश में प्रत्येक को कोविशील्ड की 10 लाख खुराक निर्यात करने की अनुमति दी थी. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को हाल में एक पत्र में सूचित किया था कि कंपनी ने कोविशील्ड की 24,89,15,000 खुराकों का स्टॉक तैयार किया है और यह स्टॉक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है.