
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार को कहा कि आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में वर्तमान में एक ‘‘राजनीतिक शून्य’’ की स्थिति है जिसे प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं को जनता के मुद्दे उठाकर प्रभावी ढंग से भरने का प्रयास करने चाहिए. शाह ने तिरुपति में अपना तीन दिवसीय दौरा समाप्त करने से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत करते हुए दोहराया कि तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के साथ फिर से गठबंधन करने का कोई सवाल ही नहीं है.
शाह ने प्रदेश नेताओं से कहा कि भाजपा तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस दोनों से समान दूरी बनाए रखेगी. भाजपा वर्तमान में तेलुगु अभिनेता पवन कल्याण की जन सेना के साथ गठबंधन में है. भाजपा के शीर्ष नेता ने प्रदेश इकाई के नेताओं से बंद कमरे में हुई बैठक में कहा, ‘‘तेदेपा नेतृत्व संकट का सामना कर रही है. इससे एक राजनीतिक शून्य पैदा हुआ है और हमें उसे भरना होगा.’’
बैठक में शामिल हुए प्रदेश के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि शाह ने लोगों के मुद्दों को उठाने और उनके लिए लड़ने की जरूरत पर जोर दिया. वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘मूल रूप से उन्होंने (शाह ने) आंध्र प्रदेश में मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में हमें क्या करना है, उसके बारे में हमारा मार्गदर्शन किया. वह चाहते थे कि हम अवसर का अच्छा उपयोग करें और एक शक्तिशाली ताकत के रूप में उभरें.’’
राज्यसभा सदस्यों वाई एस चौधरी और सी एम रमेश से मिले गृह मंत्री
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष और नयी दिल्ली से अन्य नेता, प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सोमू वीरराजू, पूर्व अध्यक्ष के. लक्ष्मीनारायण और पूर्व केंद्रीय मंत्री डी. पुरंदेश्वरी सहित अन्य ने बैठक में भाग लिया.
गृह मंत्री ने बाद में राज्यसभा सदस्यों वाई एस चौधरी और सी एम रमेश के साथ एक अलग बैठक की, जो तेदेपा से भाजपा में शामिल हुए थे.
(भाषा से इनपुट)