
त्रिपुरा में जारी हिंसा पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से दायर की गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है. इस दौरान टीएमसी की ओर से पेश हुए वकील महेश जेठमलानी ने बताया कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है. टीएमसी ने हिंसा की निगरानी के लिए कमेटी का गठन करने की मांग की है. टीएमसी के वकील ने आगे कहा कि पुलिस कुछ नहीं कर रही है और खुलेआम हिंसा को अंजाम दिया जा रहा है. वहीं कोर्ट में सुनवाई के दौरान कुछ तस्वीरें भी दिखाई गईं, जिसमें हमला करने वाले हैलमेट पहने हैं और पुलिस चुपचाप खड़ी है.
वकील ने कहा कि मतदाताओं को प्रभावित किया जा रहा है. क्योंकि राज्य कि मशीनरी और पुलिस काम नहीं कर रही. स्थानीय निकाय के चुनाव का मतदान 25 को है. वहीं सुनवाई के दौरान एक अन्य याचिकाकर्ता ने कहा कि बीजेपी के लोगों ने हिंसा को अंजाम दिया है. ऐसे में उन्होंने अदालत से तत्काल इस मामले में आदेश देने की मांग की. महेश जेठमलानी त्रिपुरा सरकार के लिए पेश हुए उन्होंने कहा कि यह याचिकाएं राजनीति से प्रेरित हैं. हाईकोर्ट इस मामले में गौर कर रहा है जिसने सितंबर में नोटिस जारी किया था. इसके जवाब में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हाईकोर्ट की पीठ बैठ नहीं रही थी और हमने 11 नवंबर के अपने आदेश में यह सब दर्ज किया है.
निष्पक्ष और सही चुनाव हो: जस्टिस चंद्रचूड़
जेठमलानी ने कहा कि आज प्रचार का आखिरी दिन है और 25 नवंबर को मतदान है. तब याचिकाकर्ता यहां आए हैं और गलतबयानी कर रहे हैं. पुलिस ने सभी मामले में एफआईआर दर्ज की है. लेकिन कुछ हल्के मामलों में गिरफ्तारी नहीं की है और राज्य सरकार हरेक मामले पर नजर बनाए है.हमारी ओर से गिरफ्तारी से संबंधित नोटिस भी जारी किए गए हैं. वहीं जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि तस्वीर में दिखायी दे रहा है कि रैली के दौरान यह घटना हुई और ऐसी स्थिति को क्या कहेंगे. हम चाहते हैं निष्पक्ष और सही चुनाव हो. काउंटिंग कब होगी.
वहीं जस्टिस चंद्रचूड़ ने वकील से सवाल पूछते हुए कहा कि आप ने सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए हैं. जेठमलानी ने कहा कि पैरामिलेट्री फोर्स और पुलिस सुरक्षा में लगी है और डीजीपी के नेतृत्व में दोनों सुरक्षा में लगी है. जेठमलानी ने कहा कि सुरक्षा का इंचार्ज कौन है. इसके लिए राज्य सरकार से पूछना होगा.जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि ठीक है आप हमें समुचित उत्तर राज्य सरकार से बात करके बताएं. हम 12:45 pm को सुनवाई करेंगे.
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