
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों के लिए लगातार दूसरे दिन चुनाव प्रचार करने पहुंचे कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) ने मंगलवार को लोगों से अपील की कि वे कांग्रेस को वोट कर चंडीगढ़ की खोई हुई प्रतिष्ठा को वापस लाएं. उन्होंने संवैधानिक मूल्यों और देश की लोकतांत्रिक भावना को “कमजोर बनाने” के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी की एकमात्र खासियत है कि वह देश के लोगों को अलग-अलग आधारों पर बांटती है और असल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाती है.
उन्होंने कहा, “एनडीए सरकार की अमीरों के लिए बनाई जा रही नीतियों से समाज के सबसे गरीब तबके के लोगों को और नुकसान पहुंचा है. देश में महंगाई का उच्च स्तर पर चले जाना बीजेपी की नीतियों का सीधा परिणाम है. आज महंगाई दर 14 फीसदी से अधिक है. पिछले 30 सालों में देश में इस तरह की महंगाई नहीं देखी गई है.”
पंजाब विश्वविद्यालय के कैंपस में पार्टी उम्मीदवार सचिन गलव के लिए प्रचार के दौरान कन्हैया ने स्थानीय लोगों और छात्रों से अपील की कि वे युवा उम्मीदवार का समर्थन करें. इससे पहले सोमवार को भी वे कांग्रेसी उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे थे. उन्होंने बापूधाम कॉलोनी में कांग्रेस उम्मीदवार रवि ठाकुर के पक्ष में कैंपेन किया था.
उन्होंने कहा था कि देश का बेड़ा गर्क करने वाली बीजेपी को सबक सिखाने का वक्त आ गया है. कन्हैया ने कहा, “चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में कांग्रेस को जिताकर बीजेपी के घमंड को चकनाचूर किया जाना चाहिए. बीजेपी के नेताओं को इतना घमंड हो गया है कि वे दावा करते हैं कि महंगाई और बेरोजगारी बढ़ने के बावजूद लोग बीजेपी को लगातार चुनाव जिता रहे हैं.”
चंडीगढ़ नगर निगम में 24 दिसंबर को वोटिंग
वर्तमान में चंडीगढ़ नगर निगम के 26 वार्डों में से 20 सीटों पर बीजेपी काबिज है. जबकि पांच पर कांग्रेस और एक पर अकाली दल का कब्जा है. इस बार 13 गांवों के नगर निगम में शामिल होने से वार्डों की संख्या बढ़ाकर 35 कर दी गई है. चंडीगढ़ नगर निगम में 24 दिसंबर को मतदान होगा, जबकि 27 दिसंबर को मतगणना होगी.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार इसी साल 28 सितंबर को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. कांग्रेस में शामिल होने पर उन्होंने कहा था कि करोड़ों नौजवानों को लगने लगा है कि कांग्रेस नहीं बचेगी, तो देश भी नहीं बचेगा और ऐसे में वह लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए हैं. साथ ही उन्होंने कहा था कि देश में वैचारिक संघर्ष को कांग्रेस ही नेतृत्व ही दे सकती है.
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