
पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (PAGD) आज जम्मू में अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के आवास पर एक बैठक करेगा. बैठक से दो दिन पहले सज्जाद लोन (Sajad Lone) के नेतृत्व वाले जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (JKPC) ने रविवार को पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (PAGD) से खुद को अलग कर लिया. पीएजीडी की आखिरी बैठक पिछले अगस्त में हुई थी जब नेताओं ने अनुच्छेद 370 और 35ए के तहत जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की संवैधानिक स्थिति को बहाल करने के लिए एक प्रस्ताव पर सहमति जताई थी.
पीएजीडी के दलों के साथ-साथ उनकी पार्टी के नेताओं ने 24 अगस्त को श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के आवास पर मुलाकात की थी. पीएजीडी के अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला को लिखे एक पत्र में लोन ने कहा, ‘हमारे लिए इस पर टिके रहना मुश्किल है. भागीदारों के बीच विश्वास कम हुआ है. जिसके बारे में हमारा मानना है कि इसका कोई समाधान नहीं है. हमारी पार्टी में बहुसंख्यकवादी दृष्टिकोण यह है कि हमें चीजों के बिगड़ने का इंतजार करने के बजाय सौहार्दपूर्ण तरीके से गठबंधन से बाहर निकलना चाहिए और मैं पुष्टि कर रहा हूं कि हम अब पीएजीडी गठबंधन का हिस्सा नहीं रहेंगे.’
‘गठबंधन से अलग हो रहे हैं, उसके उद्देश्यों से नहीं’
लोन ने कहा, ‘हम गठबंधन से अलग हो रहे हैं, उसके उद्देश्यों से नहीं. हम उन उद्देश्यों का पालन करना जारी रखेंगे जो हमने इस गठबंधन के बनने के समय निर्धारित किए थे.’ उन्होंने कहा, ‘पीएजीडी नेतृत्व को आश्वस्त किया जाना चाहिए कि हम उन सभी मुद्दों पर अपना समर्थन देंगे जो घोषित उद्देश्यों के दायरे में आते हैं.’ सज्जाद लोन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मैं नेशनल कॉन्फ्रेंस से पूछना चाहता हूं कि पिछले छह महीनों में ऐसा क्या हुआ है कि परिसीमन आयोग की बैठक में भाग लेना तब अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का समर्थन था, न कि अब? उन्हें इसका जवाब देना होगा.’
डीलिमिटेशन कमीशन की सोमवार को हुई बैठक
वहीं, दिल्ली में सोमवार को डीलिमिटेशन कमीशन की बैठक हुई. इस मीटिंग में जम्मू कश्मीर में पांचों सांसद मौजूद थे. जिनमें बीजेपी के सांसदों डॉ जितेंद्र सिंह और जुगल किशोर के अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के तीनों सांसदों डॉ. फारूक अब्दुल्ला, मोहम्मद अकबर लोन और हसनैन मसूदी शामिल हैं. ये सभी सांसद डीलिमिटेशन कमीशन के एसोसिएट मेंबर्स की हैसियत से मीटिंग में शामिल हुए थे. इस बैठक के बाद जो जानकारी मिली उसके मुताबिक जम्मू कश्मीर में चुनाव से पहले जनसंख्या के लिहाज से सीटों को बैलेंस करने का काम करीब करीब पूरा हो चुका है और आज इसे लेकर एक नया प्रपोजल भी दिया गया. टीवी9 भारतवर्ष को पता चला है कि डीलिमिटेशन कमीशन की आज की बैठक में जम्मू कश्मीर मे सात नई विधानसभा सीटें जोड़ने का प्रस्ताव रखा गया. इसमें 6 सीट जम्मू रीजन में जोडे़ जाने की बात है जबकि कश्मीर रीजन के लिए एक और सीट ऐड की जाएगी.
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