
कांग्रेस की पंजाब इकाई ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र तैयार करने के वास्ते राज्य के लोगों से सुझाव लेने का अभियान मंगलवार को शुरू किया. कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र का मसौदा 15 दिनों में पूरा हो जाएगा. पंजाब विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने हैं.
बाजवा ने कहा कि कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला जैसे क्षेत्रों पर जोर देते हुए घोषणापत्र में केवल वही वादे किए जाएंगे, जो लागू होंगे. ‘आवाज पंजाब दी’ अभियान के तहत पार्टी आगामी चुनाव के घोषणापत्र के लिए राज्य के लोगों से सुझाव लेगी. कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के अध्यक्ष रोहन गुप्ता ने कहा, “कांग्रेस पार्टी अन्य दलों की तरह राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दों का राजनीतिकरण करने के बजाय जमीनी स्तर पर लोगों की समस्याओं को सुनने और उन्हें हल करने में विश्वास करती है.”
उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत एक विशेष टोल फ्री नंबर शुरू किया जा रहा है, जहां मिस्ड कॉल दी जा सकती है. गुप्ता ने कहा कि संबंधित व्यक्ति को यह जानने के लिए एक संदेश मिलेगा कि वह सुझाव कहां साझा कर सकता है. बाजवा ने चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की प्रशंसा की, जिसने कम समय में कई ‘जन-हितैषी’ निर्णय लिए. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कमेटी पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दोनों के सुझावों को घोषणापत्र में शामिल करेगी.
उन्होंने कहा, “हम कांग्रेस के मॉडल को शामिल करने जा रहे हैं. हम सीएम साहब और प्रधान साहब (पंजाब कांग्रेस प्रमुख) के सुझावों को शामिल करेंगे.” यह पूछे जाने पर कि क्या वह खुद राज्य का चुनाव लड़ेंगे, बाजवा ने ‘हां’ में जवाब दिया. जब यह पूछा गया कि वह किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने कहा, “आपको पता चल जाएगा.”
बूथ स्तर के अधिकारियों की सहायता के लिए ‘चोन मित्तरों’ की नियुक्ति का आदेश
इधर, पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी एस करुणा राजू ने मंगलवार को सभी उपायुक्तों-सह-जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने जिलों में मतदाताओं की सुविधा के लिए ‘चोन मित्तर (चुनावी मित्र)’ नियुक्त करें. सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को लिखे पत्र में, राजू ने कहा कि बूथ स्तर के अधिकारी (बीएलओ) के सहायक के रूप में काम करने वाले प्रत्येक ‘चोन मित्तर’ कम से कम 50 घरों को कवर करेंगे. उन्होंने कहा कि एक ‘चोन मित्तर’ यह सुनिश्चित करेगा कि नामित परिवारों का प्रत्येक पात्र सदस्य मतदाता के रूप में पंजीकृत है और वह यह भी सुनिश्चित करेगा कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग करें.
(भाषा की रिपोर्ट)