
इस समय रमजान (Ramadan 2022) का पवित्र महीना चल रहा है. रमजान के महीने में रोजेदारों के बीच खासा उत्साह देखने को मिलता है. रमजान के महीने में इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग पांच वक्त की नमाज अदा करते हैं. यानी दिन में पांच बार नमाज (Namaz) पढ़ते हैं. रमजान के इस महीने को सबसे पाक महीना माना जाता है. यही वजह है कि इस महीने लोग खूब इबादत करते हैं. रोजेदार सहरी (Sehri Timings) के साथ रोजे की शुरुआत करते हैं और फिर इफ्तार के साथ इसे खत्म करते हैं. आज देशभर में रमजान का 21वां रोजा रखा गया है. मुस्लिम धर्म से जुड़े लोग इस महीने अपना पूरा-पूरा वक्त इबादत में गुजार देते हैं. साथ ही खुद को बुरे कामों से दूर रखते हैं. इस महीने में लोग बढ़-चढ़कर दान भी करते हैं.
रमजान के पावन महीने में चांद का विशेष महत्व होता है. इसकी वजह यह है कि चांद दिखाई देने के बाद ही रमजान की शुरुआत होती है और रमजान का समापन भी चांद दिखने के साथ ही होता है. रमजान के महीने में बाजारों में रौनक बढ़ जाती है, क्योंकि लोग बड़ी संख्या में खरीददारी के लिए निकलते हैं. सहरी और इफ्तार का समय शहर के मौलाना द्वारा निर्धारित किया जाता है. यही वजह है कि इसका समय भारत के अलग-अलग शहरों में अलग-अलग होता है. जानिए आपके शहर में सहरी और इफ्तार का समय क्या होगा.
जानें क्या है आपके शहर में सहरी और इफ्तार की टाइमिंग
शहर | तारीख | सहरी टाइमिंग | इफ्तार टाइमिंग |
दिल्ली | 23 अप्रैल 2022 | 04:24 AM | 06:54 PM |
हैदराबाद | 23 अप्रैल 2022 | 04:36 AM | 06:54 PM |
लखनऊ | 23 अप्रैल 2022 | 04:13 AM | 06:36 PM |
पटना | 23 अप्रैल 2022 | 03:58 AM | 06:18 PM |
मुंबई | 23 अप्रैल 2022 | 04:59 AM | 06:59 PM |
कोलकाता | 23 अप्रैल 2022 | 03:51 AM | 06:01 PM |
किन लोगों को है रोजा रखने से छूट
इस्लाम धर्म के मुताबिक हर वयस्क व्यक्ति को रोजा रखना चाहिए, लेकिन इस पावन महीने में बच्चों और प्रेग्नेंट महिलाओं को रोजा रखने की छूट होती है. इसके अलावा अगर आप यात्रा कर रहे हैं तो भी आपको रोजा रखने की छूट होती है. वहीं, जो लोग बीमारी की स्थिति में भी रोजे रखते हैं, उन्हें जांच के लिए खून देने या फिर इंजेक्शन लगवाने की छूट होती है. रोजा अकसर खजूर खाकर खोला जाता है. ऐसा मान्यता है कि खजूर पैगंबर हजरत मोहम्मद का पसंदीदा फल था. वे खजूर खाकर रोजा खोलते थे. इसलिए आज भी लोग खजूर खाकर रोजा खोलते हैं.