
President Election 2022: राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुने जाने के बाद ओडिशा में द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के आवास पर उन्हें बधाई देने लिए भीड़ इकट्ठा हो गई. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मुझे आप सभी से ये खबर मिली और मैं आप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद करती हूं. मैं कुछ भी कमेंट नहीं करना चाहती हूं.’ रायरंगपुर में अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में मुर्मू ने कहा, ‘मैं आश्चर्यचकित और खुश हूं. मयूरभंज जिले से आने वाली एक आदिवासी महिला के रूप में मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे इस पद का उम्मीदवार बनाया जाएगा.’ उन्होंने कहा कि राजग सरकार ने आदिवासी महिला का चयन कर के भाजपा के नारे ‘सबका साथ सबका विश्वास’ को सिद्ध कर दिया है.
I got the news (of getting elected as the Presidential candidate) from all of you & I don't want to comment. Thank you all very much, said Draupadi Murmu pic.twitter.com/ZypOGMz9S3
— ANI (@ANI) June 21, 2022
द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उन्हें ओडिशा के सभी दलों के सांसदों और विधायकों का समर्थन मिलने की उम्मीद है क्योंकि वह उस प्रदेश की बेटी हैं. जनजातीय नेता से राज्यपाल तक का सफर तय करने वाली मुर्मू ने कहा कि उन्हें टीवी के जरिए जानकारी मिली कि उन्हें NDA की ओर से देश के सर्वोच्च पद का प्रत्याशी घोषित किया गया है.
‘ओडिशा के सभी विधायकों और सांसदों का समर्थन प्राप्त होगा’
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें बीजू जनता दल (BJD) का समर्थन मिलेगा, इस पर मुर्मू ने कहा, ‘मुझे आशा है कि मुझे ओडिशा के सभी विधायकों और सांसदों का समर्थन प्राप्त होगा.’ राष्ट्रपति चुनाव के लिए इलेक्टोरल कॉलेज में बीजद के पास 2.8 प्रतिशत से ज्यादा मत हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं इस प्रदेश की बेटी हूं. मुझे एक ओड़िया होने के नाते सबसे यह अनुरोध करने का अधिकार है कि मेरा समर्थन करें.’ बता दें कि मुर्मू ने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत के सदस्य के रूप में की थी और आगे बढ़ते-बढ़ते 2000 में बीजेडी-भाजपा गठबंधन सरकार में मंत्री बनीं और 2015 में झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनीं.
मुझे इस अवसर की आशा नहीं थी-मुर्मू
मुर्मू ने कहा, ‘मुझे इस अवसर की आशा नहीं थी. मैं पड़ोसी राज्य झारखंड की राज्यपाल बनने के बाद छह साल से भी ज्यादा वक्त से राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं ले रही थी. आशा करती हूं सभी मेरा साथ देंगे.’ द्रौपदी की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद उनके पैतृक मयूरभंज जिले में खुशी का माहौल है. बड़ी संख्या में लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं.
(भाषा से इनपुट के साथ)