
यूरोप के बाद कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन भारत में भी तेजी से पैर पसारता जा रहा है. इसके रोजाना आने वाले केस में बढ़ोतरी को देखते हुए तीसरी लहर से इंकार नहीं किया जा सकता है. सबसे बड़ी चिंता दिल्ली, मुंबई और कोलकाता और चेन्नई जैसे महानगरों को लेकर है, जहां नए वैरिएंट के केस ने एक ही महीने में बड़ी रफ्तार पकड़ ली है. इन शहरों में ओमिक्रॉन के कुल केस के 75% तक संक्रमित मिल रहे हैं.
भारत में ओमिक्रॉन की एंट्री 2 दिसंबर को हुई थी और करीब 1 महीने में ही मामले बढ़कर 1700 से भी ज्यादा हो गए हैं. इस वजह से एक हफ्ते में देश में कोरोना संक्रमण की दर लगभग तीन गुना बढ़ गई है. ओमिक्रॉन को लेकर चिंता की बात यह है कि यह तेजी से फैल रहा है, लेकिन इससे संक्रमित लोगों में गंभीर लक्षण कम है. हालांकि, गंभीर लक्षण भले ही कम होंं, लेकिन मरीजों की ज्यादा संख्या हमारे लिए खतरे की घंटी है.
डॉ. एनके अरोड़ा ने की तीसरी लहर की पुष्टि
कोविड टॉस्क फोर्स के चीफ डॉ. एनके अरोड़ा ने भारत में तीसरी लहर की पुष्टि की है. उन्होंंने कहा कि पिछले 4-5 दिनों में मिली रिपोर्ट भी इसी की ओर इशारा करती है. उन्होंने कहा कि भारत में स्पष्ट तौर पर तीसरी लहर आ चुकी है और पूरे परिदृश्य को देखें तो नया वेरिएंट इसमें सबसे ज्यादा हावी है और यह ओमिक्रॉन ही है. उन्होंंने कहा कि कोरोना के मामलों में भी 22% की बढ़ोतरी हुई है.
कोरोना से ज्यादा घातक ओमिक्रॉन
डॉ. अरोड़ा ने ओमिक्रॉन को लेकर कहा कि देश में जिन वेरिएंट की जिनोम सिक्वेंसिंग की गई, उनके हिसाब से पिछले हफ्तों में नेशनल लेवल पर सभी वेरिएंट में से 12% ओमिक्रॉन केस ही सामने आ रहे थे, लेकिन बीते हफ्ते में यह अनुपात 28% तक पहुंच गया. उन्होंने कहा कि में यह कोरोना के अन्य वेरिएंट के मुकाबले तेजी से फैल रहा है. मुंबई, दिल्ली और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में इसका बढ़ना चिंता की बात है.
जानिए किस राज्य में कोरोना के कितने मामले?
ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र और दिल्ली में हैं. महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले 510 हैं, जबकि दिल्ली में 351, केरल में 156, गुजरात में 136, तमिलनाडु में 121, राजस्थान में 120, तेलंगाना में 67, कर्नाटक में 64, हरियाणा में 63, ओडिशा में 37, पश्चिम बंगाल में 20, आंध्र प्रदेश में 17, मध्य प्रदेश में 9, उत्तर प्रदेश में 8, उत्तराखंड में 8, चंडीगढ़ में 3, जम्मू कश्मीर में 3, अंडमान और निकोबार में 2, गोवा में 1, हिमाचल प्रदेश में 1, लद्दाख में 1, मणिपुर में 1 और पंजाब में 1 ओमिक्रॉन के मामले हैं.