पिछले दो तीन दिनों से हमारे देश के कई बड़े बड़े नेता भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए. अब से कुछ देर पहले कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर सामने आई. इसी तरह आज अरविंद केजरीवाल से लेकर मनोज तिवारी और बाबुल सुप्रियो तक को भी कोरोना हो गया. महाराष्ट्र में भी 24 से ज्यादा नेता कोरोना की चपेट में आ गए. आखिर नेता नगरी में कोरोना का वायरस कैसे पहुंचा. क्या ये रैलियों का नतीजा है या फिर कोविड प्रोटोकॉल में हुई लापरवाही. रिपोर्ट से समझते हैं.
जिन लोगों पर कोरोना प्रोटोकॉल फॉलो करने और फॉलो करवाने की जिम्मेदारी थी वही लोग अब इस बीमारी की चपेट मे आ चुके हैं. ये बीमारी किसी को भी हो सकती है. प्राइमरी, सेकेंडरी और उसके बाद चेन रिएक्शन से फैलती है. ये सब जानते हैं, लेकिन इसके बावजूद कुछ नेता ऐसे हैं, जिन्होंने सब कुछ जानते हुए अपने पॉलिटिकल प्रोग्राम्स जारी रखे और इन प्रोग्राम में वो कोरोना के कैरियर बन गए. इसका परफेक्ट एग्जांपल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं. जब दिल्ली में केस बढ़ रहे थे केजरीवाल बिना मास्क लगाए पब्लिक के बीच थी. रैलियां कर रहे थे.
महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहब थोराट शामिल
और अब केजरीवाल कोरोना संक्रमित हो गए. खुद को आइसोलेट कर लिया. कुछ नेता उनपर सुप्ररस्प्रेडर होने का आरोप लगा रहे हैं. लेकिन कल तक केजरीवाल कोरोना को लेकर क्या कह रहे थे. ये भी सुनने लायक है. इसी तरह महाराष्ट्र से कोविड संक्रमित नेताओं की जो लिस्ट आई है..वो डराने वाली है. 6 मंत्री. 3 सांसद ..नौ विधायक कोरोना संक्रमित हो गए. उद्धव ठाकरे के जिन मंत्रियों को कोरोना हुआ उनमें महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहब थोराट शामिल हैं. एजुकेशन मिनिस्टर वर्षा गायकवाड, महिला बाल कल्याण मंत्री यशोमति ठाकुर और नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे के नाम शामिल हैं. महाराष्ट्र के जो सांसद संक्रमित हुए. उनमें शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत और बीजेपी सांसद सुजय विखे पाटिल जैसे नेताओं का नाम है.
कोरोना का खतरा एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के परिवार तक पहुंच गया. शरद पवार की बेटी और एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले कोरोना संक्रमित हो गईं. सुप्रिया के पति सदानंद सुले भी कोरोना की चपेट में आ गए. NCP विधायक और शरद पवार क़े पोते रोहित पावर COVID पॉज़िटिव हैं. युवा सेना नेता और आदित्य ठाकरे के मौसेरी भाई वरुण सरदेसाई COVID पॉज़िटिव हो गए. विलासराव देशमुख के विधायक बेटे धीरज देशमुख भी कोविड संक्रमित हैं. बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने दो दिन पहले ही कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी थी.
कोरोना को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए
ओमिक्रॉन और कोरोना वायरस से हम लड़ रहे हैं, लोग इस बात को समझे और भीड़ वाले इलाके से बचें. लॉकडाउन किसी को नही चाहिए, लेकिन हम सब लोंगो को समझना होगा और भीड़ से बचना होगा. देश के कुछ और माननीय हैं, जिनके घर कोरोना की एंट्री हो गई. तृणमूल कांग्रेस के महासचिव कुणाल घोष कोरोना संक्रमित हैं. अस्पताल पहुंच गए. अस्पताल वाली फोटो शेयर की. प्रियंका गांधी के घर में कोरोना पहुंचा. परिवार के एक सदस्य और स्टाफ को कोरोना हो गया. प्रियंका ने खुद को आइसोलेट कर लिया. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव कोरोना संक्रमित हो गए. केंद्रीय मंत्री महेंद्रनाथ पांडे कोराना संक्रमित हैं. गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भर्ती हुए.
उम्मीद यही है कि जल्द सभी नेता कोरोना से ठीक हो जाएं, लेकिन इतना जरूर है कि कोरोना को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए. खासकर जिन नेताओं पर कोविड को मैनेज करने की जिम्मेदारी है उन्हें तो और अलर्ट होकर काम करना चाहिए. कोरोना विस्फोट के बीच आज कांग्रेस पार्टी ने बरेली में महिला मैराथन का आयोजन किया, जिसमें हजारों छात्राएं शामिल हुई. भीड़ ज्यादा होने के कारण यहां भगदड़ मच गई. कई छात्राएं दब गईं. बच्चियों के जूते चप्पल भी सड़क पर बिखर गए और चीख-पुकार मच गई. इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस पर सवाल उठने लगे जिस पर कांग्रेस नेता सुप्रिया ऐरन ने बेतुका बयान दिया. सुप्रिया ने कहा कि जब वैष्णो देवी में भगदड़ मच सकती हैं फिर ये तो बच्चियां हैं. ये इंसानी फितरत होती है. मतलब कांग्रेस ने इसे लापरवाही की बजाय इंसानी फितरत बता दिया, लेकिन सवाल वाजिब है कि क्या इसी तरह भीड़ जुटाकर हम कोरोना की तीसरी लहर को मात दे सकेंगे?
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