यूक्रेन (Ukraine) में रह रहे लोग इस समय रूस के खिलाफ युद्ध के संकट से जूझ रहे हैं. पंजाब सरकार ने संकट की इस घड़ी में संकटग्रस्त परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए यूक्रेन में फंसे पंजाब के लोगों की मदद के लिए एक समर्पित 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया है. मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रभावित व्यक्ति या उनके रिश्तेदार पंजाब के भीतर से हेल्पलाइन नंबर (Helpline Numbers) 1100 पर और अन्य भारत के बाहर से +91-172-4111905 पर प्रासंगिक जानकारी प्राप्त करने के लिए कॉल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए इन हेल्पलाइन नंबरों पर प्रश्नों को तुरंत विदेश मंत्रालय को भेजा जाएगा.
यूक्रेन के खिलाफ बड़े सैन्य अभियान की घोषणा करते हुए पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा एवं प्रतिबंधों को नजरंदाज किया और अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे. रूसी सेना ने कहा कि उसने कीव के बाहर एक रणनीतिक हवाई अड्डे और पश्चिम में एक शहर पर नियंत्रण कर लिया है. कीव के पूर्वी और पश्चिमी किनारों को विभाजित करते हुए नीपर नदी के पार एक पुल पर भीषण आग लग गई, जिसमें लगभग 200 यूक्रेनी बल मौजूद थे और उन्होंने अपने बख्तरबंद वाहनों के पीछे और बाद में पुल के नीचे शरण ली.
अब तक यूक्रेन के 137 लोगों की मौत की सूचना
यूक्रेनी अधिकारियों ने यूक्रेन की ओर कम से कम 137 लोगों की मौत की सूचना दी और सैकड़ों रूसी बलों के मारे जाने का दावा किया. रूसी अधिकारियों ने कोई हताहत आंकड़े जारी नहीं किए, और मृतक संख्या को सत्यापित करना संभव नहीं है. संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा कि 25 नागरिकों की मौत हुई है जिनमें से ज्यादातर की मौत गोलाबारी और हवाई हमलों में हुई है. उन्होंने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि एक लाख लोग अपने घरों को छोड़कर चले गए है.
यूक्रेन में फंसे हुए हैं 20,000 भारतीय
अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन में फिलहाल करीब 20,000 भारतीय फंसे हुए हैं जिनमें ज्यादातर विद्यार्थी हैं. दूतावास ने भारतीयों को अपना पासपोर्ट, नकदी (प्राथमिक रूप से डॉलर में), अन्य आवश्यक वस्तुएं और कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र सीमा जांच चौकियों पर अपने पास रखने की सलाह दी है. दूतावास ने कहा है कि भारतीय झंडे का प्रिंट निकाल लें और यात्रा के दौरान वाहनों तथा बसों पर उन्हें चिपका दें. यूक्रेन की राजधानी कीव और रोमानिया की सीमा के बीच करीब 600 किलोमीटर का फासला है और सड़क मार्ग से यह दूरी तय करने में साढ़े आठ से 11 घंटे लगते हैं. रोमानियाई सीमा जांच चौकी से बुखारेस्ट करीब 500 किलोमीटर की दूरी पर है तथा सड़क मार्ग से उसे तय करने में करीब सात से नौ घंटे लगते हैं.
टीवी 9 भारतवर्ष काफी समय से जो कह रहा था, आखिर वही हुआ. यूक्रेन की लड़ाई वर्ल्ड वॉर की तरफ आ ही गई. देखिये वॉर जोन से LIVE हाल अभिषेक उपाध्याय और चेतन शर्मा के साथ.
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