गुरुवार (10 मार्च) को देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे (Assembly Election Results) सामने आए. उत्तर प्रदेश, गोवा, पंजाब, उत्तराखंड और मणिपुर के चुनाव नतीजों में से पंजाब को छोड़ कर सारे राज्यों में बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की. ऐसे में महाराष्ट्र में भी बीजेपी पूरे जोश में आ गई है और महा विकास आघाडी (Maha Vikas Aghadi) सरकार से जुड़ी पार्टियों पर आक्रामक हो गई है. कुछ दिनों पहले बीजेपी के महाराष्ट्र अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील (Chandrakant Patil) ने यह कहा था कि 10 मार्च के बाद महा विकास आघा़डी सरकार गिर जाएगी. अब एक बार फिर उन्होंने शिवसेना और इसके नेता उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और संजय राउत की चिंता बढ़ाने वाला ऐसा ही बयान दिया है.
चंद्रकांत पाटील ने अपने बयान में सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) और पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) को एक सलाह भी दे डाली है. इस सलाह में एक तरह से चेतावनी भी छुपी है. उन्होंने एक बार फिर कहा है कि उद्धव ठाकरे को चाहिए कि वे संजय राउत (Sanjay Raut) को कंट्रोल करें. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील पांच राज्यों के चुनाव नतीजे सामने आने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे.
‘वे कहीं और जाएंगे, उद्धव-आदित्य आप रह जाएंगे’
चंद्रकांत पाटील ने कहा, ‘ उद्धव ठाकरे को चाहिए कि वे संजय राउत को कंट्रोल करें. आज वे एक अखबार (शिवसेना का मुखपत्र सामना) के संपादक हैं, कल कहीं और चले जाएंगे. लेकिन उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे को अपने भविष्य की चिंता करनी चाहिए.’ चंद्रकांत पाटील का मतलब था कि संजय राउत कभी किसी ओर पार्टी में भी जा सकते हैं. लेकिन उद्धव ठाकरे को तो अपनी पार्टी का ही भविष्य का हित सोचना चाहिए.
‘संजय राउत को रोकिए, वरना आगे का आप सोचिए’
कुछ दिनों पहले चंद्रकांत पाटील ने दावा किया था कि 10 मार्च के बाद महाविकास आघाडी सरकार गिर जाएगी. उस बयान को उन्होंने एक बार फिर याद दिलाया है. उन्होंने कहा, ‘मेरे दिए हुए तारीखों पर बम गिरे. 10 तारीख को चार राज्यों में हम चुनाव जीते. अब देखते हैं कि 11 तारीख को क्या होने वाला है? ‘ ऐसा कहते हुए चंद्रकांत पाटील ने एक तरह से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे को चेतावनी भी दे दी है और संजय राउत के रोज-रोज के बयानों और प्रेस क़ॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर लगातार हमलों को लेकर आगाह भी कर दिया है कि जितनी जल्दी हो सके शिवसेना इन आदतों से बाज आए.
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