कोविड-19 (Covid-19) महामारी के दौरान दुनिया भर में ‘क्वारंटीन’ से लेकर ‘लॉकडाउन’, ‘कंटेनमेंट जोन’ और ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ (Social Distancing) जैसे शब्दों का जमकर इस्तेमाल हुआ और 2020 में यह आम लोगों की बोलचाल का हिस्सा बन गया. 2020 में मार्च ने आते आते हमारी जिंदगी के मायने पूरी तरह से बदल दिए थे. एक तरफ महामारी (Corona Pandemic) का खतरा तो दूसरी तरफ जिंदगी से नया पाठ. भय और खतरों के बीच भी जिंदगी को नये पहलू से समझते हुए हमसब आगे बढ़ते रहे. कई अपनों का साथ छूटा तो कई लोग नई उम्मीद के साथ आगे बढ़े. इस पूरे दौर में हमने आसपास नये शब्दों के अलग अर्थ भी जाने. आइए जानते हैं कोरोना काल के दौरान वो शब्द जो सबसे ज्यादा चर्चा में रहे. इन्हें हर तरफ सबसे ज्यादा सर्च भी किया गया.
कोरोना वायरस: नोवल कोरोना वायरस कोरोना नाम से आम जबान में प्रचलित ये बीमारी अंग्रेजी में कोरोनावायरस(coronavirus) एक साथ मिलाकर सर्च की गई. इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों ने इसके बारे में सबसे ज्यादा पता लगाया.
लॉकडाउन: फिर मार्च आते आते भारत ही नहीं पूरी दुनिया में लॉकडाउन शब्द छाने लगा. ये वो दौर था जब हम-आप घरों में कैद होकर अपनी जरूरत के सामान के साथ घरों में जी रहे थे. स्कूल-कॉलेज, रेलवे स्टेशन, मॉल-परिवहन सब बंद था. मजदूरों के जत्थे एक शहर से दूसरे शहर की ओर पलायन कर रहे थे. बता दें कि ‘लॉकडाउन’ को कोलिंस शब्दकोश ने वर्ष 2020 का शब्द घोषित किया है.
पैनडेमिक: पैनडेमिक का मतलब है किसी भी बीमारी से ऐसी तबाही जो दुनिया के अलग-अलग देशों को अपनी चपेट में ले ले. WHO ने दो साल पहले मार्च में कोरोना वायरस को पैनडेमिक यानी महामारी घोषित कर दिया था.
क्वारंटीन, सैनेटाइजेशन जैसे शब्द चिकित्सा क्षेत्र या सेना से जुड़ी गतिविधियों में इस्तेमाल होते रहे हैं लेकिन मुख्य रूप से इन क्षेत्रों के विशेषज्ञ ही इसका इस्तेमाल करते थे.
‘कंटेनमेंट ज़ोन’: COVID-19 महामारी के दौरान आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द ‘कंटेनमेंट ज़ोन’ है जो एक भौगोलिक क्षेत्र का वर्णन करने के लिए एक प्रकोप को सीमित करने के लिए अंदर या बाहर सीमित पहुंच के साथ है. शब्द का प्रयोग ‘रोकथाम’ शब्द के लिए किया गया था जिसका अर्थ है एक संक्रामक बीमारी या प्राकृतिक आपदा के विस्तार या प्रसार को सीमित करने का कार्य या नीति.
सोशल डिस्टेंसिंग: संक्रमण रोकने के वास्ते लोगों के बीच उचित दूरी बनाए रखने के लिए ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ शब्द का प्रयोग किया गया. महामारी की शुरुआत में ट्विटर पर ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ के लिए कुछ लोगों ने हिंदी के शब्द ‘तन दूरी’ का भी इस्तेमाल किया.
कोमर्बिडिटी : यह शब्द काफी हद तक एक चिकित्सीय स्थिति है.एक व्यक्ति को कोमर्बिडिटी तब कहा जाता है जब उसे एक से अधिक बीमारी या स्वास्थ्य विकार होता है जिसमें क्रोनिक किडनी रोग जैसी स्थितियां शामिल होती हैं.
पीपीई किट: जब मुरैना में कोरोना का पहला केस मिला था, तब यहां के लोगों ने एक शब्द सुना था पीपीई किट. कोरोना संक्रमण से बचाव करने के लिए पुलिस के जवान हो या डॉक्टर-पैरामेडिकल स्टाफ, यह पीपीई किट कोरोना सुरक्षा कवच की तरह काम करती है COVID-19 महामारी के संदर्भ में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के हिस्से के रूप में दस्ताने, मेडिकल मास्क, काले चश्मे, फेस शील्ड, गाउन, रेस्पिरेटर और एप्रन को सूचीबद्ध किया है.
वर्क फ्रॉम होम: साल 2020 में आए कोरोना वायरस संक्रमण लोगों का काम करने का तरीका बदल दिया है. तब कई कंपनियों ने अपने एंप्लॉइज को वर्क फ्रॉम होम (Work From Home Jobs) यानी घर से काम करने की सुविधा दे दी है (Online Jobs). अब ये शब्द हमारी आम बोलचाल में बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाना लगा है.
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