बैटरी (Battery) के बिना आधुनिक जीवन की कल्पना संभव नहीं है. रोजमर्रा के काम में तरह तरह की बैटरियों का इस्तेमाल किया जाता है. बैटरी से जुड़े इतिहास की बात करें तो इटली (Italy) के महान वैज्ञानिक अलेसांद्रो वोल्टा (Alessandro Volta) ने 20 मार्च के दिन ही विश्व समुदाय को बैटरी के विकास से जुड़ी इस खोज के बारे में पहली बार बताया.
वोल्टा ने तांबे और जिंक की छड़ों को कांच के दो मर्तबानों में रखकर उन्हें नमक के पानी से भीगे एक तार से जोड़कर साबित किया कि इस भौतिक तरीके से बिजली बन सकती है.
देश दुनिया के इतिहास में 20 मार्च की तारीख पर दर्ज प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
1351 : मोहम्मद तुगलक शाह द्वितीय का सूरत में निधन.
1602 : यूनाइटेड ईस्ट इंडिया कंपनी ऑफ नीदरलैंड की स्थापना.
1615 : मुग़ल बादशाह शाहजहाँ और मुमताज़ महल के सबसे बड़े पुत्र दारा शिकोह का जन्म.
1739 : नादिरशाह ने दिल्ली की सल्तनत पर कब्ज़ा किया. मयूर सिंहासन के गहने चोरी किये.
1800 : अलेसांद्रों वोल्टा ने इलेक्ट्रिक बैटरी की खोज के बारे में सूचना दी.
1916: अल्बर्ट आइंसटीन के सापेक्षता के सिद्धांत का प्रकाशन.
1952: टेनिस खिलाड़ी आनंद अमृतराज का जन्म.
1956: ट्यूनीशिया को फ्रांस से स्वतंत्रता मिली.
1970: संविधान सभा के सदस्य और प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी जयपाल सिंह मुंडा का निधन.
2006 : अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्री ने दावा किया कि ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में है.
2014: लेखक पत्रकार खुशवंत सिंह का निधन.
2016: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा क्यूबा पहुंचे
बैटरी गुणवत्ता के मानक
विश्वसनीय और अच्छी गुणवत्ता वाली बैटरियां किसी भी वाहन के प्रदर्शन को बेहतर कर सकती हैं. बैटरी की गुणवत्ता कई मानकों के आधार पर निर्धारित की जाती है, जैसे कि वोल्टेज.
वोल्टेज: किसी बैटरी की गुणवत्ता निर्धारित करने का सबसे महत्वपूर्ण मानक है उसकी ऊर्जा प्रदान करने की क्षमता. एक बैटरी सामान्य परिस्थिति में कितनी ऊर्जा प्रदान कर सकती है यह उसकी गुणवत्ता निर्धारण में मुख्य भूमिका निभाता है. लंबे समय तक बिना रुकावट के स्थिर ऊर्जा प्रदान करने की क्षमता किसी भी बैटरी की गुणवत्ता साबित करता है.
एनर्जी डेंसिटी: इलेक्ट्रिक वाहनों में लिथियम-आयन बैटरी का उपयोग किया जाता है, जो अपने उच्च ऊर्जा घनत्व के कारण काफी ज्यादा ऊर्जा प्रदान करने में सक्षम होती हैं. प्रति लीटर/किलोग्राम ऊर्जा की मात्रा किसी भी बैटरी की क्षमता का निर्धारक मानक है.
चार्ज दर: एक बैटरी कितनी तेजी से चार्ज हो सकता है, ये बैटरी की गुणवत्ता का बहुत बड़ा मानक है. साथ ही यह भी जरूरी है कि इस चार्जिंग प्रक्रिया में बैटरी और इलेक्ट्रिक वाहन दोनों सुरक्षित रहे. अक्सर देखा गया है कि निम्न स्तरीय बैटरियाँ भी तेजी से चार्ज हो जाती हैं, मगर उनमें आग लगने या अधिक गर्म होने की संभावना बनी रहती है. चार्जिंग प्रक्रिया के दौरान अधिक गर्म हो जाने से इवी बैटरी सेफ्टी पर प्रभाव पड़ता है और यह उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठता है.
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