त्रिपुरा (Tripura) में दूसरे भारत-बांग्लादेश रेलवे लिंक (Indo-Bangla Railway Link) सहित कई रेलवे प्रोजेक्ट के सर्वे का काम पूरा हो गया है. ये काम अधिकारियों ने दक्षिणी त्रिपुरा जिले के बेलोनिया सब-डिविजन के जरिए किया है. त्रिपुरा के परिवहन मंत्री (Tripura Transport Minister) प्रणजीत सिंघा रॉय ने राज्य विभानसभा को बताया कि केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव परियोजनाओं का निरीक्षण करने के लिए 25 मार्च को राज्य का दौरा कर सकते हैं.
उत्तर-पूर्वी राज्य के अपने दौरे के दौरान परिवहन मंत्री कुछ नई परियोजनाओं की भी शुरुआत कर सकते हैं. रॉय ट्रेजरी बेंच चीफ सांसद कल्याणी रॉय द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव (कॉलिंग अटेंशन मोशन) पर बोल रहे थे. जिसमें त्रिपुरा में डबल लेन रेल सेवाओं की शुरूआत करके यात्री ट्रेनों की संख्या में वृद्धि सहित यात्री और सामान के यातायात के प्रबंधन में और सुधार करने की आवश्यकता की बात कही गई है.
सीएम ने रेल मंत्री से किया अनुरोध
इस सवाल का जवाब देते हुए परिवहन मंत्री ने कहा कि 4 जून, 2020 को त्रिपुरा सरकार ने एक (उत्तरी जिला) और कैलाशहर (उनाकोटी जिला) रेलवे के काम को पूरा कर लिया है. उत्तरी त्रिपुरा के धर्मनगर को दक्षिण जिले के बेलोनिया से जोड़ने के लिए उनाकोटी, धलाई, खोवाई और पश्चिम त्रिपुरा जिले के कुछ हिस्सों को जोड़ने के लिए भी दूसरी कई परियोजना चल रही हैं. परिवहन मंत्री ने कहा, ‘इन परियोजनाओं के लिए चल रहा सर्वे का काम पूरा हो गया है और मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने 21 जनवरी, 2020 को केंद्रीय रेलवे मंत्री से रेल बजट में विभिन्न परियोजनाओं को शामिल करने और आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए अनुरोध किया था.’
अगले साल तक पूरे होंगे सभी प्रोजेक्ट
इन सबके साथ ही निश्चिंतपुर रेलवे यार्ड के लिए निर्माण कार्य भी पूरा होने वाला है. जो त्रिपुरा को बांग्लादेश में अखौरा से जोड़ेगा. उन्होंने कहा, ‘इसका लगभग 98 फीसदी काम पूरा हो चुका है और सबरूम रेलवे यार्ड का 75 फीसदी काम भी पूरा हो गया है.’ मंत्रियों के अनुसार, इन सभी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के अगले वित्तीय वर्ष तक पूरा होने की उम्मीद है. बांग्लादेश रेलवे लिंक में 12.30 किलोमीटर लंबे अगरतला-अखौरा का निर्माण भी जल्द पूरो हो जाएगा. इसका उद्देश्य इन दोनों स्थानों के बीच यात्री और माल की आवाजाही को बढ़ाना है.