जंग के 54वें दिन रूस (Russia) ने हमला तेज करते हुए यूक्रेन (Ukraine) के कई शहरों पर ताबड़तोड़ अटैक किए हैं. लवीव, कीव, खारकीव, खेरसोन से लेकर ओडेसा, मिकोलेव और जेपरोज्जिया में रूसी सैनिकों (Russian soldiers) ने बारूद बरसाए हैं. यूक्रेन के लगभग सभी शहरों में हमले का अलर्ट जारी कर दिया गया है. पश्चिमी यूक्रेन के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले शहर लवीव में रूसी फौज ने बड़ा हमला किया है. रिहाइशी इलाकों से लेकर रेलवे स्टेशन और फ्यूल डिपो तक मिसाइलें गिराई गई हैं. यूक्रेन का दावा कि आज सुबह रूसी सैनिकों ने पांच मिसाइलें दागी हैं. वहीं लवीव में रूस के मिसाइल अटैक से टायर शॉप भी तबाह हो गई. लवीव के गवर्नर के मुताबिक एक बच्चा समेत 6 लोगों की मौत हुई है और 8 लोग घायल हुए हैं. शहर में इमरजेंसी सर्विस के स्टाफ एक्टिव हो गए हैं. वहीं मेयर ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है.
यूक्रेन के कई शहरों के आसमान में रूसी फाइटर प्लेन दिखे हैं. कलुगा में 2200 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ान भरने वाले Tu-160 स्ट्रैटेजिक बॉम्बर्स ने पेट्रोलिंग की. आसमान में एक साथ चार लड़ाकू विमान नजर आए. वहीं डोनबास रीजन में भी रूस के लड़ाकू विमान गरजे. डोनेत्स्क के आसमान में भी रूस का अटैक एयरक्राफ्ट सुखोई-25SM3 दिखा. रूस का ये सबसोनिक एयरक्राफ्ट नाइट ऑपरेशन में भी सक्षम है. यूक्रेन के पोपास्ना में भी रशियन फोर्स ने अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है. ग्रैड मिसाइल सिस्टम को एक्टिव कर मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर से यूक्रेनी फौज को अपना निशाना बनाया है.
यूक्रेन के आसमान में दिखे रूस के न्यूक्लियर बॉम्बर
जंग के बीच यूक्रेन के आसमान में रूस के न्यूक्लियर बॉम्बर दिखे. यूक्रेन बॉर्डर के करीब रूस के सबसे घातक Tu-22M3 बॉम्बर विमान देखे गए. रूस के एक्शन से परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया है. वहीं आज सबसे पहले हम RRR की बात करेंगे. RRR मतलब ruthless revenge of russia यानी रूस के बर्बर तानाशाह का बारूदी बदला और ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इस वक्त यूक्रेन का जर्रा जर्रा रूसी बारूद से दहक रहा है. रूस के कम से कम 32 शहरों में एयर रेड्स के सायरन non stop बज रहे हैं.
बीते 24 घंटे में पुतिन ने यूक्रेन के बड़े शहरों में फिर तेज किए हमले
पुतिन ने बीते चौबीस घंटे में यूक्रेन के बड़े-बड़े शहरों में एक बार फिर हमले तेज कर दिए हैं. कीव, लवीव, चेर्निहीव जैसे उन जगहों पर भी हमले हो रहे हैं, जहां से रूस की सेना पीछे हट चुकी हैं. लेकिन सवाल है कि आखिर पुतिन ने RRR प्लान क्यों एक्टिवेट किया. क्या वजह है कि आज मॉस्को में डूम्सडे प्लेन और यूक्रेन बॉर्डर पर पुतिन के न्यूक्लियर बॉम्बर एक्टिव हो चुके हैं. आखिर क्यों जेलेंस्की को कहना पड़ गया कि अब पुतिन एटम बम चला सकते हैं. एंटी रेडिएशन दवाओं को स्टॉक कर लें, बंकर्स में चले जाइए. ये सारी बातें आपको बताएंगे, लेकिन सबसे पहले उन शहरों की बात करते हैं जो पुतिन की सबसे नई हिट लिस्ट में ADD हो चुके हैं.
आज रूसी सेना ने मारियुपोल में एरियल स्ट्राइक्स को अंजाम दिया. द टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक सुपरसॉनिक बॉम्बर प्लेन ने अजोवस्टाल प्लांट पर दो बड़े बम गिराए. अजोवस्टाल स्टील प्लांट वही इलाका है, जहां पर अब भी यूक्रेनी सैनिक मौजूद हैं और आखिरी सांस तक लड़ने की बात कर रहे हैं. हालांकि पुतिन चाहते हैं कि सैनिक सरेंडर कर दे. आज पुतिन ने ईस्टर्न यूक्रेन के साथ साथ वेस्टर्न यूक्रेन को भी टारगेट किया. एक बार फिर लवीव पर मिसाइल से अटैक किया गया है. जानकारी के मुताबिक रूस की 5 मिसाइलों ने लवीव में यूक्रेन के वेपंस और एम्युनिशन डिपो को टारगेट किया.
खारकीव में भी किए गए टारगेटेड अटैक
हालांकि इस हमले में कम से कम सात लोगों की मौत की बात सामने आ रही है और लवीव के मेयर के मुताबिक मरनेवालों में एक बच्चा भी शामिल है. इसी तरह के टारगेटेड अटैक खारकीव में भी किए गए हैं. कहा जा रहा है कि खारकीव में Emergency Medical Care सेंटर के पास रूस की तरफ से गोलाबारी की गई है. ओडेसा और खेरसॉन पर भी रूस ने लगातार मिसाइल अटैक्स को अंजाम दिया है. यूक्रेन डिफेंस सोर्सेस का कहना है कि कीव के आउटर एरिया में एक बार फिर रूस की तरफ से हेवी शैलिंग की गई है. साथ ही रिहायशी बिल्डिंग्स को टारगेट किया गया है.
रूस का दावा है कि उसने ईस्टर्न यूक्रेन में कम से कम 4 यूक्रेनी आर्म्स डिपो को बर्बाद कर दिय.है. कहा ये भी गया कि रशियन आर्म्ड फोर्रेस ने Iskander missiles के जरिए हमले को अंजाम दिया गया, लेकिन अचानक रूस इतना हाइपर एक्टिव क्यों हो गया. क्या पुतिन ने यूक्रेन के चैप्टर को क्लोज करने के लिए जेलेंस्की का फुल एंड फाइनल करने के लिए कोई नई डेडलाइन सेट कर दी है. क्या टैक्टिकल बम के जरिए सब कुछ फ्लैट करने की तैयारी है. मारियुपोल में कुछ नहीं बचा. लाशों को उठाने वाला तक कोई नहीं, लेकिन इस सबके बीच आज रूस की तरफ से इस बात का इशारा जरूर मिल गया कि अब किसी भी वक्त इस शहर पर सिटी के एक पार्टिकुलर सेंटर पर छोटा परमाणु बम गिराया जा सकता है.
अभी भी स्टील प्लांट में 800 सैनिक मौजूद
ये एटम बम जिस विमान से गिर सकता है, वो भी आज यूक्रेन के बॉर्डर पर टारगेट की रेकी करता नजर आया. सोचिए जंग के करीब दो महीने हो चुके हैं, मगर जंग खत्म नहीं हुई है. पुतिन को कुछ नहीं मिला इसीलिए अब पुतिन के न्यूक्लियर बॉम्बर्स और doomsday प्लेन भी एक्टिव हो चुके हैं. दा टाइम्स समेत कई दूसरे मीडिया रिपोर्ट ने तो एक और चौंकाने वाला दावा कर दिया रिपोर्ट के मुताबिक मारियुपोल में Tupolov Tu22M3 बॉम्बर प्लेन ने बम दागे. 8 FAB-500s और एक FAB-3000s जैसे बम बरसाए. अजोवस्टाल स्टील प्लांट के अंडरग्राउंड बंकर्स को ध्वस्त करने के लिए अटैक किया. बताया जा रहा है कि अब भी स्टील प्लांट में 800 सैनिक मौजूद हैं.
रिपोर्ट कहती है कि अजोव यूनिट अब भी रजिस्टेंस दिखा रही है, वो ये जगह छोडने को तैयार नहीं. खबर तो ये भी है कि रूस ने प्रेशर बनाने के लिए कुछ सिविलियंस तक को किडनैप कर लिया है और इस वक्त भी कम से कम 1 लाख लोग मारियुपोल में फंसे हुए हैं. रूस की तरफ से कहा गया था कि मारियुपोल में सैनिक सरेंडर करें या फिर मरने को तैयार रहें. सरेंडर की डेडलाइन सोमवार तक बढ़ा दी गई है. यूक्रेन की 36वीं ब्रिगेड को सरेंडर करना है. लेकिन आखिरी मोर्चे पर डटे जवान झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं. प्रेसिडेंट जेलेंस्की का भी कहना है कि मारियुपोल में आखिरी सांस तक लड़ाई जारी रखेंगे. अब ईस्टर्न यूक्रेन की जमीन का एक टुकड़ा भी एक कोना भी रूस को नहीं देंगे.