स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने दावोस में माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स (Bill Gates) से मुलाकात की. बिल गेट्स ने कोरोना के खिलाफ भारत के टीकाकरण अभियान की तारीफ की. बता दें, उन्होंने दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) के साथ एक मीटिंग के दौरान कोविड-19 वैक्सीनेशन की तारीफ की. इसकी जानकारी खुद मनसुख मंडाविया ने ट्विटर पर दी है. उन्होंने ट्विटर पर अपनी और बिल गेट्स की तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि विश्व आर्थिक मंच-2022 पर बिल गेट्स के साथ बातचीत करके खुशी हुई.
मनसुख मंडाविया ने आगे कहा, बिल गेट्स ने भारत के कोरोना प्रबंधन और टीकाकरण अभियान (Corona Vaccination) की सफलता की सराहना की.उन्होंने आगे लिखा, कि हमने स्वास्थ्य सेवा से संबंधित विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की, जिसमें डिजिटल स्वास्थ्य को बढ़ावा देना, रोग नियंत्रण प्रबंधन, एमआरएनए क्षेत्रीय हब का निर्माण और सस्ती और गुणवत्ता वाले चिकित्सा उपकरणों के विकास को मजबूत करना आदि शामिल हैं.
गेट्स ने अपने एक बयान में कहा कि स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मंडाविया से उनकी मुलाकात बहुत ही अच्छी रहे. उन्होंने आगे कहा, हमनें बातचीत के दौरान वैश्विक स्वास्थ्य पर विचारों का आदान प्रदान किया.उनकी यह मुलाकात कई मायनों में सार्थक रही, गेट्स ने मनसुख मंडाविया के साथ मुलाकात को एक अच्छा अनुभव बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड के खिलाफ टीकाकरण अभियान में भारत की सफलता और बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य परिणामों को हासिल करने के लिएटेक्नोलॉजी का इस्तेमाल विश्व के अन्य देशों के लिए एक सबक है.
स्वास्थ्यमंत्री ने देशवासियों को दी बधाई
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल ही में जानकारी देते हुए बताया कि देश में 88 प्रतिशत से अधिक वयस्क आबादी को कोरोना महामारी के खिलाफ पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है. उन्होंने बधाई देते हुए लिखा, ’88 प्रतिशत से अधिक वयस्क आबादी को अब कोविड-19 के खिलाफ पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है. भारत को बधाई!,’. साथ ही उन्होंने यह भी कहा, ‘कोरोना टीका लगाने के बाद भी लोग कोरोना उपयुक्त व्यवहार का पालन करते रहें.’ देश में टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी से शुरू किया गया था.
वहीं इससे पहले डॉ. मनसुख मंडाविया ने विश्व स्वास्थ्य सभा के 75वें सत्र को डब्ल्यूएचओ मुख्यालय, जिनेवा में संबोधित किया था. उस दौरान उन्होंने WHO की भारत में कोरोना से मौत का मुद्दा उठाते हुए निराशा व्यक्त की. उन्होंने कहा कि भारत सभी कारणों से अधिक मृत्यु दर पर डब्ल्यूएचओ के हालिया बयान पर निराशा और चिंता व्यक्त करता है, जहां भारत के वैधानिक प्राधिकरण द्वारा प्रकाशित देश विशिष्ट प्रामाणिक डेटा की अवहेलना की गई है. भारत और अन्य देशों द्वारा व्यक्त की गई चिंता की अनदेखी करते हुए, जिस तरह से डब्ल्यूएचओ द्वारा सर्व-कारण अधिक मृत्यु दर पर रिपोर्ट तैयार और प्रकाशित की गई थी, उस पर भारत अपनी निराशा व्यक्त करना चाहता है.
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