नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सोमवार को एक हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसीओ) के लाइसेंस को तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया है. दरअसल एटीसीओ ने दो विमान को बेंगलुरु एयरपोर्ट से एक साथ उड़ान भरने के लिए अनुमति दे दी थी. जिस वजह से ये विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद एक एक दूसरे के नजदीक आ गए और इनकी टक्कर होते होते बच गई.
ये घटना 7 जनवरी है जब हवाई अड्डे के दक्षिण टावर नियंत्रक ने रडार नियंत्रक के समन्वय में इंडिगो उड़ान 6E 455 (बेंगलुरु से कोलकाता) को टेक-ऑफ के लिए मंजूरी दे दी थी. उसी समय नॉर्थ टॉवर कंट्रोलर ने इंडिगो की उड़ान 6E 246 (बेंगलुरु से भुवनेश्वर) को भी एक ही समय पर उड़ान भरने के लिए मंजूरी दे दी थी.
जानें कौन-कौन सी थी ये दो फ्लाइट
बता दें, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने सोमवार को एक बयान में कहा, दक्षिण टावर नियंत्रक ने एप्रोच राडार नियंत्रक के साथ बातचीत में उड़ान 6ई 455 को रवाना होने के लिए कहा था. इसके साथ ही उत्तर टावर नियंत्रक ने दक्षिण टावर नियंत्रक और अप्रोच रडार नियंत्रक के साथ समन्वय बनाए बिना ही उड़ान 6ई 246 को रवाना होने के लिए कह दिया था. जिस वजह से दोनों विमानों ने एक ही समय पर उड़ान भरी और दोनों होते-होते बचे
इस पूरे मामले को गंभीर घटना के रूप में माना गया जिसके बाद इसकी जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने की थी. डीजीसीए के अधिकारियों ने कहा था कि इन विमानों में ब्रीच ऑफ सेपरेशन की स्थिति थी.बता दें जब दो विमान किसी हवाई क्षेत्र में न्यूनतम अनिवार्य वर्टीकल या हॉरिजॉन्टल दूरी को पार कर लेते हैं, तो उस स्थिति को ब्रीच ऑफ सेपरेशन कहते हैं. इस स्थिति में विमानों के बीच दूरी काफी कम रह जाती है.बयान में आगे कहा गया कि क्योंकि रवाना होने के बाद दोनों विमान एक-दूसरे की ओर बढ़ रहे थे, तो एप्रोच रडार नियंत्रक ने इन विमानों को अलग करने के लिए निर्देश दिए. जिससे इनकी टक्कर होते होते बच गई.