
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) रविवार को राजधानी दिल्ली में अपनी पहली समन्वय समिति (BJP Coordination Committee) की बैठक करेगी, जिसमें 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विस्तृत चर्चा की जाएगी. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे. बैठक में विस्तार से राष्ट्रपति चुनावों (Presidential Elections) की तैयारियों को लेकर विचार विमर्श किया जाएगा. बीजेपी की तरफ से जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को विपक्षी दलों के साथ चर्चा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ताकि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर आम सहमति बन सके.
बीजेपी ने राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी की सभी राज्य इकाइयों और सहयोगी दलों के बीच बेहतर समन्वय के लिए 14 सदस्यीय दल (प्रबंधन दल) का गठन किया है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को इस दल का संयोजक नियुक्त किया गया है. पार्टी की ओर से जारी एक नोटिस के मुताबिक बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े और सी. टी. रवि इस दल में सह-संयोजक की भूमिका निभाएंगे. पार्टी के ही एक अन्य महासचिव तरुण चुग भी दल के सदस्यों में शामिल हैं. केंद्रीय मंत्रियों में जी. किशन रेड्डी, अश्विनी वैष्णव, सर्वानंद सोनोवाल, अर्जुन मेघवाल और भारती पवार को इस दल में बतौर सदस्य शामिल किया गया है.
पार्टियों के साथ समन्वय करेगा दल
अन्य सदस्यों में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डी. के. अरुणा, राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा, पार्टी के महिला मोर्चा की अध्यक्ष वनथी श्रीनिवासन, राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और सांसद व पार्टी की असम इकाई के उपाध्यक्ष राजदीप रॉय शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक यह दल राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी की सभी राज्य इकाइयों और सहयोगी दलों से समन्वय स्थापित करेगा. साथ ही वह अपने मतदाताओं (निर्वाचन मंडल के सदस्य) को मतदान प्रक्रिया की बारिकियों से अवगत कराएगा.
राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाने के प्रयासों के तहत राजनाथ और नड्डा सहयोगी दलों के साथ ही कुछ प्रमुख विपक्षी नेताओं और कुछ गैर-राजग और गैर-संप्रग दलों के नेताओं से संपर्क साध चुके हैं. नड्डा ने नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी), नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ), ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के नेताओं से बातचीत की है. बता दें मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और उनके उत्तराधिकारी के लिए 18 जुलाई को चुनाव होना है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है.
विपक्षी पार्टियां अपनी तरफ से एक आम उम्मीदवार को मैदान में उतारेंगी. जिसके बाद होने वाले इस चुनाव में देश के 16वें राष्ट्रपति का चयन होगा. राष्ट्रपति चुनाव के लिए डाले गए वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी. नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की तारीख 30 जून है. और इन्हें वापस लेने की तारीख 2 जुलाई है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की बात करें, तो वह देश के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर 25 जुलाई, 2017 से सेवाएं दे रहे हैं और उनका कार्यकाल 24 जुलाई, 2022 को समाप्त हो रहा है.