राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) में हुई दर्जी की हत्या के बाद बवाल हुआ है. इसके कारण राजस्थान में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. इस बीच लेखिका तसलीमा नसरीन (Tasleema Nasreen) ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कट्टरपंथियों पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि भारत में कट्टरपंथी बहुत खतरनाक हैं, यहां तक कि भारत में अब हिंदू (Hindu) भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी मंगलवार को उदयपुर की हत्या (Murder) की घटना की निंदा की और कहा कि हत्यारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
तसलीमा नसरीन ने ट्वीट करके कहा, ‘उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या रियाज और गौस ने की है. इसके बाद सोशल मीडिया पर हत्या का वीडियो भी अपलोड किया गया है. दोनों ने ही खुशी-खुशी हत्या करने का गुनाह कबूला है. वे कुछ भी कर सकते हैं. कट्टरपंथी अब इतने खतरनाक हो गए हैं कि भारत में अब हिंदू भी सुरक्षित नहीं हैं.’
Riaz & Gias brutally killed Kanhaiya Lal, a tailor, in Udaipur and then uploaded the video of the killing on social media & happily declared that they killed & they can do anything for their prophet. Fanatics are so dangerous that even Hindus are not safe in India.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) June 28, 2022
उदयपुर में कर्फ्यू लगाया गया
तसलीमा नसरीन ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि धार्मिक चरमपंथ हमेशा मानवता के लिए हानिकारक होता है. उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में दो व्यक्तियों ने एक दर्जी की कथित रूप से गला काटकर हत्या कर दी और सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए ऐसा किया. घटना के बाद मंगलवार रात आठ बजे उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है.
देखें वीडियो-
शशि थरूर ने की निंदा
वहीं कांग्रेस शशि थरूर ने ट्विटर पर कहा, मैं उदयपुर में दुकानदार कन्हैयालाल की दो मुस्लिम युवकों की ओर से की गई भयानक हत्या की निंदा करता हूं, जिन्होंने सोशल मीडिया पर हत्या का एक वीडियो पोस्ट किया. थरूर ने कहा, कट्टरता और हिंसा का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है, त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए और की जा रही है. उन्होंने कहा, हत्यारों को उचित सज़ा मिलनी चाहिए. किसी को भी यह भ्रम नहीं होना चाहिए कि वह इस तरह के अपराधों से बच सकते हैं, चाहे कोई भी उकसावे का मामला हो. (इनपुट भाषा से भी)