
भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकरसाउथ अमेरिका की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा का आज, 27 अगस्त को समापन करेंगे. विदेश मंत्री 22 अगस्त को अपनी पांच दिनों की यात्रा पर ब्राजील, पराग्वे और अर्जेंटीना गए थे. उनके इस आधिकारिक यात्रा का मक़सद मुख्य रूप से साउथ-साउथ को-ऑपरेशन को मज़बूत करने पर केंद्रित था. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने यात्रा के आख़िरी दिन “अर्जेंटीना के विदेश मंत्री सैंटियागो कैफिएरो के साथ एक व्यापक और उत्पादक संयुक्त आयोग की बैठक की.
उन्होंने बताया कि इस दौरान रणनीतिक क्षेत्रों को कवर करने वाली- रक्षा, अंतरिक्ष और परमाणु मुद्दे; कृषि और पशुपालन को कवर करते हुए व्यापार और निवेश के मुद्दों पर ज़ोर दिया गया. वहीं दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने डेवलपमेंट पार्टनरशिप और पिपुल-टू-पिपुल सहयोग समेत जी20 और युनाइटेड नेशन में रिफॉर्म को लेकर भी बातें की.
Comprehensive review covering strategic sectors: defence, space & nuclear issues; trade and investment covering market access, agriculture & animal husbandry; energy & lithium and infrastructure projects.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 26, 2022
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में रिपब्लिका डे ला इंडिया स्ट्रीट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी दी. उन्होंने ट्वीट किया, “भारतीय समुदाय के साथ एक ठंडी सुबह पर एक गर्म चाय पे चर्चा.
Rendí homenaje al Mahatma en la Calle República de la India.
Es un referente universal del entendimiento y la buena voluntad internacionales. https://t.co/I8o5VQW8AS
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 26, 2022
‘लैटिन अमेरिका भारत के लिए बन सकता है व्यापारिक केंद्र’
महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ विदेश मंत्री की विदेश यात्रा का उद्देश्य मुख्यरूप से भारत-MERCOSUR प्रीफेरेंशियल ट्रेड एग्रिमेंट को अमलीजामा पहनाना था. MERCOSUR- अर्जेंटिना, ब्राजील, पराग्वे और उरुग्वे का एक राजनीतिक और आर्थिक ब्लॉक है. इसे साउथ अमेरिका का एक ट्रेड ब्लॉक माना जाता है. अपनी यात्रा के दौरान साओ पाओलो राज्य में फेडेरेशन ऑफ इंडस्ट्रीज के दौरे के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि एक मज़बूत कोशिशों से लैटिन अमेरिका भारत के लिए एक नया व्यापारिक केंद्र बन सकता है.
विदेश मंत्री ने यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच बढ़ती कीमतों को काबू करने के उद्देश्य से अर्जेंटिना से खाद्य तेल व्यापार पर भी जोर दिया और कहा कि इसके लिए भारत सरकार द्वारा पीटीए में संशोधन के लिए कदम भी उठाए गए हैं. माना जा रहा है कि विदेश मंत्री लैटिन अमेरिका की इस यात्रा के बाद भारत और MERCOSUR के बीच व्यापार बढ़ेंगे और आने वाले समय में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अन्य यात्रा भी हो सकती है.
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