
कर्नाटक के शिमोग्गा ज़िले में विनायक दामोदर सावरकर के पोस्टर पर मानो युद्ध छिड़ गया है. पहले शिमोग्गा और और उसके बाद तुमकारू ज़िले में भी सावरकर के पोस्टर को कथित रूप से कुछ शरारती तत्वों ने फाड़ दिया, जिसके बाद ज़िले में तनाव का माहौल है. तुमकारू एसपी राहुल कुमार शाहपुर्वाद ने बताया कि तुमकुर के अशोका रोड पर वीडी सावरकर के पोस्ट फाड़े जाने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है और आगे की जांच चल रही है. पहले शिमोग्गा में पोस्टर फाड़े जाने के मामले पर तनाव इतना ज़्यादा बढ़ गया कि प्रशासन को धारा 144 लागू करना पड़ा. हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं और जिले में सुरक्षा बलों की निगरानी के लिए तैनाती की गई है.
एसपी राहुल कुमार ने कहा, “तुमकुर में अशोक रोड के पास 15 अगस्त को वीडी सावरकर का एक फ्लेक्स लगाया गया था, जिसे कुछ अज्ञात लोगों ने तनाव पैदा करने के इरादे से फाड़ दिया था. हमने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है.”
Karnataka | A flex of VD Savarkar which was put near Ashoka road in Tumkur on Aug 15 was torn by some unidentified people with intention of creating tensions. We have registered a case and a further probe is underway: Rahul Kumar Shahapurwad, SP, Tumakuru (16.08) pic.twitter.com/zeJGpF8y9A
— ANI (@ANI) August 17, 2022
बीजेपी विधायक ने लगवाए थे पोस्टर
शहर के विधायक जीबी ज्योतिगणेश ने आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत शहरभर में स्वतंत्रता दिवस से पहले स्वतंत्रता सेनानियों के पोस्टर लगवाए थे, जिसमें वीडी सावरकर का भी एक पोस्टर शामिल था. रिपोर्ट के मुताबिक़ कथित रूप से शरारती तत्वों ने सिर्फ सावरकर के पोस्टर को फाड़ दिया. हालांकि तनाव पैदा होने के तीन दिन पहले लगाए गए फ्लेक्स को महानगरपालिका के कर्मचारियों ने अब हटा दिए हैं. पोस्टर फाड़े जाने के ख़िलाफ़ मंगलवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया और ऐसा करने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की थी.
पोस्टर फाड़े, हिंसा हुई, एक की मौत, चार गिरफ़्तार
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, इससे पहले सोमवार को 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के हिस्से के रूप में, एक समूह ने शिवमोग्गा के अमीर अहमद सर्कल में सावरकर के फ्लेक्स को हाई मास्ट लाइट पोल से बांधने की कोशिश की थी, जिस पर दूसरे समूह ने आपत्ति जताई और वहां टीपू सुल्तान के फ्लेक्स को स्थापित करना चाहा. इसके बाद दोनों समूहों के बीच वाद-विवाद ने हिंसक रूप अख़्तियार कर लिया. हिंसा में एक शख़्स की मौत भी हो गई. बाद में इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई और पुलिस भीड़ पर लाठीचार्ज किया और मामले को काबू किया. मंगलवार को इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ़्तार किया है और इलाके में सुरक्षा और शांति स्थापित करने के लिए 18 अगस्त तक धारा 144 लागू की गई है.
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