साइरस मिस्त्री की, रविवार को एक सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई. वो अपनी मार्सिडीज कार में गुजरात से मुंबई आ रहे थे, तभी उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई. बताया जाता है कि उनकी कार में एक महिला डॉक्टर चला रही थीं और कार में मिस्त्री के अलावा तीन और लोग सवार थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ मिस्त्री के अलावा एक और शख़्स की मौत हो गई है. उनकी मौत पर देश और दुनिया के उनके जानने वालों ने गहरा दुख व्यक्त किया. साइरस मिस्त्री जितने बड़े इंसान थे, उतने ही असाधारण भी थे.
1. जब पहली बार बॉम्बे हाउस पहुंचे साइरस मिस्त्री
साइरस मिस्त्री, जब टाटा सन्स के चेयरमैन बनाए गए, उसके दूसरे दिन वो मुंबई पहुंचे थे. मिस्त्री जब मुंबई स्थित मुख्यालय बॉम्बे हाउस पहुंचे तो, बताया जाता है कि वो साधारण से पैंट-शर्ट पहने थे. इसके उलट उनके स्वागत में इंतजार कर रहे लोग भारी सूट-बूट में थे. वहां मौजूद लोग बताते हैं कि उनके शर्ट की बाहें मुड़ी थी और कुछ बटन भी खुले थे. हालांकि साइरस के लिए बॉम्बे हाउस कोई नई जगह नहीं थी, लेकिन डिप्टी चेयरमैन के तौर पर मिस्त्री बॉम्बे हाउस पहली बार पहुंचे थे.
2. ज़मीन से जुड़ी शख़्सियत
रतन टाटा की शख्सियत ज़मीनी और शर्मीले व्यक्तित्व वाले इंसान की रही है. साइरस मिस्त्री भी बताया जाता है कि उन्हीं की तरह ज़मीन से जुड़े हुए शख्स थे. हालांकि रतन टाटा दशकों से सुर्खियों में बने रहे हैं लेकिन फिर भी उनके व्यक्तित्व में कोई बदलाव नहीं आया है. साइरस मिस्त्री के बारे में भी उनके जानने वाले कहते हैं कि मिस्त्री भी बिल्कुल रतन टाटा जैसे ही हैं. मिस्त्री के करीबी बताते हैं कि लोगों से मिलने जुलने का स्वभाव उनमें रतन टाटा जैसा ही था.
3. रतन टाटा ने की तारीफ
साइरस मिस्त्री की नियुक्ति पर रतन टाटा ने कहा था कि, टाटा संस के डिप्टी चेयरमैन के रूप में साइरस मिस्त्री का चयन एक अच्छा और दूरदर्शिता पूर्ण निर्णय है. वे अगस्त 2006 में टाटा सन्स के निदेशक मंडल में हैं और उनके गुणों, उनकी भागीदारी की क्षमता, कुशाग्रता और नम्रता से प्रभावित हुआ.
4. मिस्त्री का सामान्य व्यवहार
साइरस मिस्त्री, कैथड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से पढ़ाई की है. बड़ी हस्तियों के बच्चों में मिस्त्री की पहचान थी. मिस्त्री, पहले से ही एक बड़े बिज़नेसमैन के बेटे थे और वो एक चमचमाती कार में स्कूल जाते थे, लेकिन क्लास में वो एकदम सामान्य व्यवहार रखते थे और पढ़ाई के प्रति गंभीर भी रहते थे.
5. साइरस मिस्त्री ऐसे बने थे टाटा सन्स के चेयरमैन
ऐसे तो रतन टाटा को अपना उत्तराधिकारी चुनना टाटा सन्स के लिए काफी मुश्किल भरा काम था. अगस्त 2010 में उन्होंने इसके लिए सदस्यों की एक टीम भी बनाई थी. इसी टीम में एक सदस्य के रूप में साइरस मिस्त्री भी शामिल थे.इसमें शामिल सदस्यों ने सही शख़्स की खोज में दुनियाभर में चक्कर लगाए और दर्जनों बैठकें भी की थी. अंत में सभी की निगाहें साइरस मिस्त्री पर ही गई और फिर वो टाटा संस के चेयरमैन बनाए गए थे.
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