राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 153वीं जयंती है. इस मौके पर देश-विदेश में मौजूद करोड़ों लोग उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं. नई दिल्ली स्थित राजघाट पर भी कई दिग्गज नेताओं ने उनकी समाधि पर पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष पद के प्रबल उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खरगे भी बापू की समाधि पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी.
#WATCH | Delhi: PM Narendra Modi pays tribute to Mahatma Gandhi at Rajghat on #GandhiJayanti
(Source: DD) pic.twitter.com/HUZyZKzjJM
— ANI (@ANI) October 2, 2022
यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरिस ने भी महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा कि, ‘अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर, हम महात्मा गांधी की जयंती, शांति का महत्व, सम्मान और सभी के लिए गरिमा का त्यौहार मनाते हैं.’ उन्होंने आगे लिखा कि, ‘हम इन वैल्यू को अपनाकर, आज के सभी संकटों को हरा सकते हैं. हमें अपनी संस्कृति और सीमाओं के परे काम करना होगा जिससे एक नए भविष्य का निर्माण होगा.’
On the International Day of Non-Violence, we celebrate Mahatma Gandhi’s birthday & values of peace, respect & the essential dignity shared by everyone.
We can defeat today's challenges by embracing these values & working across cultures & borders to build a better future. pic.twitter.com/EHJc2q4UZz
— António Guterres (@antonioguterres) October 2, 2022
राष्ट्रपति का देश के नाम संबोधन
गांधी जयंती से एक दिन पहले शाम को राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू ने देश के नाम संदेश दिया. उन्होंने इस संदेश में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, ‘गांधी जयंती हम सभी के लिए उनके प्रेरक जीवन के मूल्यों – शांति, समानता और सांप्रदायिक सद्भाव के लिए खुद को फिर से समर्पित करने का अवसर है.’ उन्होंने यह भी कहा कि यह साल पूरे देश के लिए बहुत विशेष है. उन्होंने कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्वस मना रहे हैं ऐसे में, ‘यह समय हम सभी के लिए गांधीजी के सपनों के भारत को आकार देने की दिशा में काम करने का है.’
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में अहिंसा पर चलने और गांधी के सूत्रों का पालन करने को भी कहा. उन्होंने कहा कि, ‘गांधीजी ने पूरी मानवता को उसकी वास्तविक क्षमता दिखाई और करुणा की शक्ति को सिद्ध किया. आइए हम फिर से उनके मार्ग पर चलने, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने, आपसी सद्भाव को बढ़ावा देने और देश और दुनिया की प्रगति की दिशा में काम करने का संकल्प लें.’
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