
केंद्र सरकार 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को एक बार फिर बड़े स्तर पर मनाने की तैयारी कर रही है. केंद्र इस अवसर पर सभी अर्धसैनिक बलों और देश के सभी जिलों में एक बड़े पैमाने पर कार्यक्रम करने की योजना बना रही है. 2014 से पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. यही नहीं यूजीसी और एआईसीटीई ने भी देश के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों से इस अवसर पर कई कार्यक्रमों के आयोजन को कह रखा है.
वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा पटेल की जयंती की तैयारियों को लेकर की गई समीक्षा में यह बात सामने आई है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों को लिखा है कि वे 75,000 यूनिटी रन (देश के 750 जिलों में से प्रत्येक में 100 यूनिटी रन) आयोजित करने के लिए कहें, और ऐसे कार्यक्रम जहां लोग एकता की प्रतिज्ञा ले सकें.
PM मोदी भी देंगे भाषण
पटेल की जयंती को इस बार भी यादगार बनाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उसी दिन गुजरात के केवडिया शहर (जहां स्टैच्यू ऑफ यूनिटी स्थित है) में सिविल सर्विस ट्रेनीज ऑफ लाल बहादुर शास्त्री (Civil Service Trainees of The Lal Bahadur Shashtri Academy) को संबोधित करेंगे. मोदी सरकार की कोशिश इस बात पर जोर देने की कोशिश की है कि पूर्व गृह मंत्री की विरासत को देश पर शासन करने वाली कांग्रेस की कई सरकारों द्वारा नजरअंदाज किया गया था, और जिसे वह प्रमुखता के साथ आयोजित कर रही है तथा उन्हें वो सम्मान दे रही है जो अब तक उन्हें नहीं मिला था.
गृह मंत्री की ओर से 17 अक्टूबर को भेजे गए पत्र को सूचना और प्रसारण मंत्रालय के जरिए राज्यों को वितरित किया गया. गृह मंत्री केवड़िया में कार्यक्रम में शामिल होने वालों को यह शपथ दिलाएंगे, “मैं राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए खुद को समर्पित करने का संकल्प लेता हूं और इस संदेश को फैलाने के लिए कड़ी मेहनत भी कर रहा हूं. मेरे साथी देशवासियों, मैं यह शपथ अपने देश के एकीकरण की भावना से लेता हूं जो सरदार वल्लभ भाई पटेल की दूरदृष्टि और कार्यों की वजह से संभव हुआ है. मैं देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान देने का भी पूरी तरह से संकल्प लेता हूं.”
सभी जेलों में भी फिर से हों आयोजनः अमित शाह
एक अर्धसैनिक बल के प्रमुख ने नाम नहीं छापने की शर्त पर एचटी को जानकारी देते हु्ए बताया कि सभी इकाइयां अगले सोमवार को होने वाले कार्यक्रम का हिस्सा होंगी. उन्होंने कहा, “सभी केंद्रीय अर्धसैनिक बल (सीएपीएफ) इस प्रयास का हिस्सा हैं. हर इकाई अपने संचालन के क्षेत्र में अपना काम कर रही है.” उन्होंने कहा, “मुख्य कार्यक्रम गुजरात के केवड़िया में पटेल की प्रतिमा स्थल पर होगा, जहां केंद्रीय बलों के साथ परेड की योजना बनाई गई है, साथ ही पटेल के उन प्रयासों का आभार व्यक्त करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है, जिन्होंने आजादी के समय सभी रियासतों को भारतीय संघ में शामिल होने के लिए राजी करने में कामयाबी हासिल की थी.
देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर, “हमने अपने राज्य की जेलों में उत्साहपूर्ण समारोह देखा”, अमित शाह ने अपने पत्र में लिखा, “राष्ट्रीय एकता को ध्यान में रखते हुए, 31 अक्टूबर को जेलों में इसी तरह के आयोजन फिर से आयोजित कराए जाएं.” शाह के पत्र के बाद गृह सचिव अजय भल्ला और संस्कृति सचिव गोविंद मोहन की ओर से भी रिमाइंडर भेजे गए.
स्कूल-कॉलेजों में हो कई कार्यक्रमः UGC
यही नहीं यूजीसी और एआईसीटीई ने देश के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों, कालेजों एवं संबद्ध संस्थानों से कहा है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर 25 से 31 अक्टूबर तक शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों की सक्रिय हिस्सेदारी से एकता दौड़, बाइक रैली, वाद-विवाद, क्विज एवं अन्य प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन करें.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सचिव प्रो. रजनीश जैन तथा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार ने 20 अक्टूबर को सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों और कालेजों के प्राचार्यो को इस संबंध में पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर 31 अक्टूबर को एकता दिवस मनाते हें. सरदार पटेल को सर्वोच्च देशभक्ति, मजबूत इच्छा शक्ति और दृढ़ इरादों के लिये जाना जाता है.
इसमें आगे कहा गया है कि भारत के स्वतंत्रता संघर्ष और प्रांतों के एकीकरकण में महत्वपूर्ण भूमिका के कारण उन्हें भारत के लौह पुरुषकी उपाधि दी गई. स्वतंत्रता दिवस 2022 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंच प्रण की घोषणा की थी जिसमें एकता एक विषय के रूप में शामिल है.
इनपुट- एजेंसी/भाषा
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