
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए शशि थरूर के नामांकन पत्र में साइन करने वालों में पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहसिना किदवई और सैफुद्दीन सोज़, चार सांसद और जी-23 के नेता संदीप दीक्षित शामिल हैं. लेकिन जी-23 के ज्यादातर नेताओं ने मल्लिकार्जुन खरगे का समर्थन किया है. जी-23 वहीं ग्रुप है जिससे कांग्रेस की कार्यशैली के खिलाफ सवाल उठाए थे. इनमे से कई नेताओं के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी और सिब्बल, गुलाम नबी आजाद पार्टी ही छोड़ गए. भाजपा आईटी सेल चीफ अमित मालवीय ने शशि थरूर पर तंज कसा है.
थरूर ने ट्विटर पर छह फॉर्म पोस्ट किये, लेकिन वो शुक्रवार को केवल पांच नामांकन पत्र ही जमा कर पाए. छठा नामांकन पत्र जमा करने में उन्हें कुछ मिनट की देरी हो गई. अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘ऐसा लगता है कि जी-23 ने शशि थरूर को अकेला छोड़ दिया है. विद्रोही गुट के प्रमुख नेताओं ने थरूर के बजाय कांग्रेस अध्यक्ष के लिए मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव रखा. खरगे भी जी-23 नेताओं में से एक हैं.’ मालवीय ने लिखा है कि थरूर के लिए कांग्रेस राज्य कार्यालयों के बंद होने की खबरें कब से आने लगेंगी ?
G-23, it seems, has abandoned Shashi Tharoor. Prominent leaders of the rebel group proposed Mallikarjun Kharges name for Congress President instead of Tharoor, who is one of their own.
How soon before stories of Congress state offices shutting on Tharoor start doing the round?
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 1, 2022
थरूर ने जमा किए पांच नामांकन पत्र
शशि थरूर ने पांच नामांकन पत्र जमा कर दिए हैं मगर अभी यह नहीं पता कि सभी पांच नामांकन पत्र स्वीकार किये गये हैं या नहीं. कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने शनिवार को कहा कि कुल 20 नामांकन पत्र में से चार को खारिज किया गया है. रद्द किया गया एक नामांकन पत्र झारखंड के पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी का है, लेकिन मिस्त्री ने यह बताने से इनकार कर दिया कि खारिज किये गये अन्य तीन नामांकन पत्र किसके हैं.
मल्लिकार्जुन खरगे और थरूर में टक्कर
पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खरगे और थरूर अब दौड़ में रह गये हैं. खड़गे ने 14 नामांकन पत्र सौंपे थे, जबकि थरूर ने पांच और त्रिपाठी ने एक नामांकन पत्र सौंपा था. ट्विटर पर थरूर ने पोस्ट किये गये छह फॉर्म पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के 60 प्रतिनिधियों के दस्तखत हैं (हर नामांकन पत्र पर 10 दस्तखत). जम्मू-कश्मीर के 10 और नगालैंड के 10 प्रतिनिधियों ने थरूर का समर्थन किया है. थरूर का समर्थन करने वाले सांसदों में पूर्व केंद्रीय मंत्री सोज़, किदवई और चार सांसद कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बारदोलोई, एम. के. राघवन और मोहम्मद जावेद शामिल हैं. संदीप दीक्षित और थरूर जी-23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को वर्ष 2020 में पत्र लिखकर बड़े पैमाने पर संगठनात्मक सुधार का अनुरोध किया था.
सलमान सोज ने किया समर्थन
थरूर के समर्थकों में सोज के बेटे सलमान सोज भी शामिल हैं. हालांकि, रोचक बात यह है कि जी-23 के ज्यादातर नेताओं ने थरूर के बजाय मल्लिकार्जुन खरगे का साथ दिया है. समर्थकों के हस्ताक्षर की प्रतियों को संलग्न करते हुए, थरूर ने ट्वीट किया, मैं अपने 60 प्रस्तावकों के नाम प्रस्तुत कर रहा हूं… उन्होंने थिंक थरूर थिंक टुमॉरो हैशटैग के साथ ट्वीट किया, मैं उन्हें (60) और उन हजारों कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया है. आपके अटूट समर्थन के लिए धन्यवाद.
चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अवधि 24 सितंबर से 30 सितंबर तक थी. मतदान 17 अक्टूबर को होगा. मतों की गिनती 19 अक्टूबर को होगी और उसी दिन परिणाम घोषित किया जाएगा. इस चुनाव में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के 9,000 से अधिक प्रतिनिधि वोट डालेंगे.
(भाषा इनपुट के साथ)
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