सेक्सटॉर्शन का अड्डा कैसे बना राजस्थान का एक गांव, जानें ब्लैकमेलिंग रैकेट का गंदा खेल

SHARE:

Cyber

राजस्थान का अलवर जिला सेक्सटॉर्शन के लिए तेजी से बदनाम हो रहा है जहां सेक्सटॉर्शन, हनीट्रैपिंग और ब्लैकमेलिंग के मामले बढ़ते जा रहे हैं. देश में कई सेक्सटॉर्शन अपराधों के कथित मास्टरमाइंड को हाल ही में पुणे पुलिस ने राजस्थान के अलवर जिले के गोथरी गुरु गांव से गिरफ्तार किया है.

मास्टरमाइंड की पहचान अनवर खान के रूप में की गई है, जो पुणे के एक 19 साल के लड़के से जुड़े मामले में शामिल था. बताया जाता है कि एक महिला द्वारा ब्लैकमेल किए जाने के बाद पुणे के उस लड़के ने आत्महत्या कर ली.

सोशल मीडिया स्पेस का दुरूपयोग करते हैं अपराधी

आरोपी अनवर खान मृतक युवक को सेक्सटॉर्शन मामले में ब्लैकमेल कर रहा था, जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली. सोशल मीडिया पर उसकी अश्लील तस्वीरें और वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए खान ने युवक से बार-बार पैसे मांगे.

यह अकेला मामला नहीं है क्योंकि ऐसे ‘सेक्सटॉर्शन’ मामलों की सूची लगातार बढ़ती जा रही है जिनमें साइबर अपराधी तेजी से फैल रहे सोशल मीडिया स्पेस का उपयोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं. पुणे पुलिस के मुताबिक इस साल केवल इस शहर में अब तक 1,400 से ज्यादा सेक्सटॉर्शन के मामले दर्ज किए गए हैं.

इस तरह बनाया जाता है सेक्सटॉर्शन रैकेट का शिकार

पुलिस ने बताया कि अलवर का गोथरी गुरु गांव देश भर में यौन शोषण के कई मामलों से जुड़ा हुआ है और खान को इस गांव से ऑनलाइन सेक्स रैकेट चलाने वाला मास्टरमाइंड बताया जाता है. अपराधी अक्सर महिला होने का नाटक करते हुए लोगों को वीडियो कॉल करते हैं. अपराधियों की इस करतूत से बेखबर युवा कई बार हनी ट्रैप में फंस जाते हैं और सेक्सटॉर्शन रैकेट का शिकार बन जाते हैं.

सेक्सटॉर्शन रैकेट चलाने वालों के छल से अनजान लोग जब उनके रिक्वेस्ट का जवाब देते हैं तो स्क्रीन पर एक अश्लील वीडियो आता है और कुछ देर बाद कॉल कट जाती है. और इसके बाद शुरू होता है ब्लैकमेल का गंदा खेल. टेक्स्ट मैसेज भेजे जाते हैं जिसमें लोगों से पैसे वसूलने की धमकी दी जाती है, ‘पैसा भेजो…बताओ, कर दूं ऑनलाइन?’

सार्वजनिक अपमान और शर्मिंदगी के डर से पीड़ित झुक जाते हैं और उनसे बार-बार जबरन पैसे वसूले जाते हैं. हनी ट्रैप के शिकार जबरन वसूली की रकम किस्तों में चुकाते हैं. अगर इसमें थोड़ी चूक हो जाए तो उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ती है.

सेक्सटॉर्शन गैंग का मामला इतना बड़ा क्यों है?

सेक्सटॉर्शन गैंग से जुड़ी ज्यादातर गिरफ्तारियां राजस्थान के शहरों जैसे भरतपुर और अलवर, हरियाणा के नूंह और मेवात और यूपी के मथुरा से हुई हैं. सेक्सटॉर्शनिस्ट (Sextortionists) या सीधे शब्दों में कहें तो इंटरनेट ब्लैकमेलर युवाओं को ‘भड़काऊ’ सामग्री ऑनलाइन भेजते हैं. वे अक्सर फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर युवा लड़की बनकर उन्हें ‘सेक्सटॉर्शन’ के जाल में फंसाते हैं.

ख़बरों के मुताबिक, इस तरह की घटनाएं तेजी से पूरी दुनिया में फ़ैल रही हैं. नाइजीरिया, भारत और विशेष रूप से आइवरी कोस्ट जैसे देशों को साइबर क्राइम का गढ़ माना जाता है.

अपराधी इस तरह का दबाव बनाते हैं कि कई मामलों में पीड़ितों ने पुणे के किशोर की तरह अपनी जान ले ली. खान जैसे साइबर अपराधी अपनी महिला साथियों के जरिए इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप पर सुपर फ्रेंडली चैट के माध्यम से बातचीत करके पुरुष पीड़ितों को लक्षित करते हैं और फिर उन्हें ब्लैकमेल करते हैं.

गिरोह कैसे काम करता है?

सेक्स्टॉर्शन रैकेट में आमतौर पर कई लोग शामिल होते हैं, जो विक्टिम को फंसाने में मास्टरमाइंड की मदद करते हैं. उनमें से एक पीड़ित की पहचान करता है और न्यूड वीडियो बनाने के लिए उससे चैट करता है और बाद में फिरौती के लिए उन्हें धमकी देता है.

दूसरे ग्रुप के लोग इस तरह के अपराध करने के लिए सिम कार्ड देते हैं और फिर कुछ ऐसे बैंक खाते तैयार करते हैं जहां फिरौती की रकम जमा की जाती है. पुलिस के मुताबिक कुछ अन्य लोग पीड़ित की निजी जानकारी, फोटोग्राफ या फिल्म बनाने में लगे होते हैं ताकि बाद में पैसे वसूलने के लिए उनका इस्तेमाल किया जा सके.

‘सेक्सटॉर्शन’ को कैसे रोका जा सकता है?

इस तरह के मामले बढ़ने के बाद आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने नागरिकों को एक एडवाइजरी जारी की है ताकि वे ‘सेक्सटॉर्शन’ का शिकार होने से बच सकें.

एडवाइजरी के मुताबिक इन बातों का ख़्याल रखें-

  • लोगों को सलाह दी गई है कि वे इस तरह की धोखाधड़ी के झांसे में न आएं और किसी अनजान व्यक्ति/व्यक्तियों से फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करते समय सावधानी बरतें.
  • निजी जानकारी के किसी भी तरह के दुरुपयोग से बचने के लिए सोशल मीडिया साइट्स द्वारा दिए गए प्राइवेसी कंट्रोल का उपयोग करें.
  • यदि किसी मामले में पैसे की मांग की जा रही है तो घटना की सूचना अपने क्षेत्र के साइबर अपराध/सीईएन पुलिस थानों को तत्काल दें.
  • अगर दूसरी तरफ का व्यक्ति मेलजोल बढ़ाने की कोशिश कर रहा है तो सावधान हो जाना चाहिए.
  • किसी भी सोशल प्लेटफार्म पर किसी भी पर्सनल या बेहद निजी गतिविधि को साझा न करें और न ही किसी को देखने या कैप्चर करने की अनुमति दें.

यह भी पढ़ें

[ट्रेंडिंग]_$type=ticker$count=9$cols=4$cate=0$color=#0096a9

निष्पक्ष मत को फेसबुक पर लाइक करे


Name

General knowledge,1,Madhya Pradesh,740,National News,2678,राष्ट्रीय समाचार,2678,
ltr
item
सेक्सटॉर्शन का अड्डा कैसे बना राजस्थान का एक गांव, जानें ब्लैकमेलिंग रैकेट का गंदा खेल
सेक्सटॉर्शन का अड्डा कैसे बना राजस्थान का एक गांव, जानें ब्लैकमेलिंग रैकेट का गंदा खेल
https://images.tv9hindi.com/wp-content/uploads/2022/11/cyber-1024x576.jpg
Madhya Pradesh News in Hindi
https://www.nishpakshmat.page/2022/11/blog-post_84.html
https://www.nishpakshmat.page/
https://www.nishpakshmat.page/
https://www.nishpakshmat.page/2022/11/blog-post_84.html
true
6650069552400265689
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts सभी देखें आगे पढ़े Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU TAGS ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content