
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने बुधवार को बताया कि उसकी टीमों ने 22 नवंबर को बिहार और मध्य प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की. इस दौरान आईईडी, डेटोनेटर समेत कई बरामद किए गए. सीआरपीएफ ने बताया कि 205 कोबरा की टीम ने मंगलवार को बिहार के औरंगाबाद जिले के मदनपुर इलाके में छापेमारी की. यहां के लाडुइया पहाड़ गांव में ऑपरेशन के दौरान 13 डेटोनेटर, 4 कैन आईईडी और 600 मीटर कॉर्डेक्स तार बरामद किए गए.
वहीं, दूसरे ऑपरेशन में सीआरपीएफ की 148 बटालियन और मध्य प्रदेश पुलिस की टीमों ने संयुक्त रूप से बालाघाट जिले के गढ़ी थाने के भूरसटोला गांव में छापेमारी की. इस दौरान यहां से 3 डेटोनेटर, 5 kg यूरिया, 375 ग्राम जिलेटिन, 1 स्टील कंटेनर, बिजली के तार, बैटरी बरामद किए गए. दोनों राज्यों में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद होने के बाद इसका पता लगाया जा रहा है कि आखिर इसका इस्तेमाल कहां होना था. विस्फोटक सामाग्री को कहां से लाया गया था. इससे जुड़े तमाम जानकारियों का पता लगाया जा रहा है.
क्या होता है IED?
इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) यह एक प्रकार का बम ही होता है. इसे अलग तरह से बनाया जाता है. IED को काम चलाऊ बम भी कहा जाता है. इन बमों में विषैले, घातक, पटाखे बनाने वाले और आग लगाने वाले केमिकल डाले जाते हैं. आईईडी ब्लास्ट होते ही मौके पर अक्सर आग लग जाती है, जिससे विस्फोट के बाद बहुत धुंआ निकलता है और आतंकी या नक्सली इसी का फायदा उठा कर भागने में कामयाब भी हो जाते हैं.