भारतीय नौसेना बेड़े में आज स्टेट-ऑफ-द-आर्ट-वारशिप आईएएनएस मोरमुगाओ को आधिकारिक रूप से शामिल कर लिया गया है. इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी पहुंचे थे. उन्होंने कहा किविशाखापत्तनम क्लास का यह मिसाइल डिस्ट्रॉयर भारत में निर्मित होने वाले सबसे शक्तिशाली युद्धपोतों में से एक है. यह वारशिप अपनी क्षमताओं से इंडियन मैरिटाइम कैपेबलिटिज में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी करेगा. रक्षा मंत्री ने कहा कि आईएनएस मोरमुगाओ की कमिश्निंग के लिए आज हम सभी जिस जगह एकत्र हुए हैं, यह ऐतिहासिक प्रदेश छत्रपति शिवाजी, संभाजी, और कान्होजी जैसे वीरों के पराक्रम का साक्षी रहा है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि, उनकी कर्मस्थली पर इस वारशिप की कमिश्निंग में अपना और भी विशिष्ट महत्त्व रखती है. मोरमुगाओ फोर्ट हो या मोरमुगाओ पोर्ट, दोनों का ही नाम भारत के इतिहास में बड़ी विशिष्टता के साथ दर्ज़ है. बताते हैं, कि 17वीं शताब्दी में वीर संभाजी के नेतृत्व में मराठा सेना ने ओल्ड गोवा में पुर्तगालियों पर आक्रमण किया, और उनके विरुद्ध बड़े पैमाने पर अपनी वीरता का प्रदर्शन किया.
रक्षा मंत्री ने मनोहर पर्रिकर को किया याद
रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि एक पोर्ट के रूप में भी, मोरमुगाओ ने भारत के मैरिटाइम ट्रेड की ग्रोथ में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है. आज भी यह देश के सबसे पुराने, और बड़े पोर्ट्स में से एक आईएनएस मोरमुगाओ भी, मैं समझता हूं अपनी खूबियों और सेवाओं के चलते अपना विशिष्ट स्थान रखेगी. उन्होंने आगे कहा कि इस अवसर पर, मैं पूर्व रक्षा मंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर जी को भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जो गोवा की धरती के ही पुत्र थे, और सितंबर 2016 में उन्हीं के करकमलों से आईएनएस मोरमुगाओ की लॉन्चिंग हुई थी.
रक्षा मंत्री ने देश के लोकेशन पर कही ये बात
रक्षा मंत्री ने बताया कि एमडीएसएल द्वारा तैयार यह युद्धपोत हमारी इंडीजीनियस डिफेंस प्रोडक्शन कैपेबिलिटीज का बड़ा उदाहरण प्रस्तुत करती है. इसमें कोई संदेह नहीं रह जाता है, कि आने वाले समय में हम न केवल अपनी जरूरतों के लिए, बल्कि दुनिया भर की जरूरतों के लिए भी शिप बिल्डिंग करेंगे. हमारे देश भारत के तीन तरफ विद्यमान समुद्र हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है. इसकी लोकेशन इसे स्ट्रेटेजिक ट्रेड और रिसोर्सकी दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण बनाती है. प्राचीन काल से ही समुद्र ने हमारे देश को अनेक प्रकार से समृद्ध करने का कार्य किया है. समुद्र ने एक तरफ हमें नेचुरल रिसोर्सेज उपलब्ध कराकर हमें समृद्ध किया है, तो दूसरी ओर इसने हमें दुनिया भर से जोड़ने का भी काम किया है.