एनआईए (NIA) ने आतंकी गतिविधियों से जुड़े एक मामले में शनिवार को जम्मू-कश्मीर, पंजाब और दिल्ली में 14 जगहों पर छापेमारी की. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी. संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि खालिस्तान लिबरेशन फोर्स, बब्बर खालसा इंटरनेशनल और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन सहित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों की आतंकी गतिविधियों के संबंध में मामला 20 अगस्त को एनआईए द्वारा स्वत: संज्ञान लेकर दर्ज किया गया था.
एनआईए ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार से आतंकवादी सामान, जैसे हथियार, कारतूस और आईईडी की तस्करी शामिल है, जिसका इस्तेमाल देश के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय आतंकी संगठनों और संगठित आपराधिक गिरोहों द्वारा बम विस्फोट और लक्षित हत्याओं जैसे आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए किया जाता है.
छापेमारी में कई सामान जब्त
प्रवक्ता ने कहा कि छापे के दौरान डिजिटल उपकरण और दस्तावेज सहित अन्य सामग्री जब्त की गई है और आगे की जांच जारी है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इससे पहले ने 22 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर में 13 जगहों पर छापेमारी की थी. टेरर फंडिंग मामले में ये छापेमारी की गई थी. इस दौरान एनआईए की टीम ने जम्मू में एक व्यक्ति को हिरासत में भी लिया था.
ये सभी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन
खालिस्तान लिबरेशन फोर्स, बब्बर खालसा इंटरनेशनल और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन उन 42 संगठनों में शामिल हैं, जिन्हें गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 की पहली अनुसूची में सूचीबद्ध किया गया है. वहीं, बब्बर खालसा इंटरनेशनल को भारत कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, जापान, मलेशिया और यूरोपीय संघ जैसे कई देशों में आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंधित और सूचीबद्ध किया गया है.
इसके अलावा इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन को ऑस्ट्रेलियाई, यूरोपीय संघ, जापानी, भारतीय, कनाडाई और अमेरिकी आतंकवाद विरोधी कानून के तहत एक आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंधित किया गया है. (भाषा से इनपुट के साथ)