Republic Day 2023 Parade: गणतंत्र दिवस 2023 ऐतिहासिक परेड में इस बार स्वदेशी हथियारों पर ज्यादा फोकस रहेगा. पूरी दुनिया की निगाहें इस दिन भारत पर होंगी ऐसे में एक संदेश जरूर जाएगा कि अब भारत हथियारों के मामले में किसी दूसरे देश पर निर्भर नहीं है. पीएम मोदी ने कई मौकों पर कहा है कि सबसे जरूरी ये है कि हमारे जवानों के पास स्वदेशी हथियार होने चाहिए. ताकि किसी भी देश को इसके बारे में कोई जानकारी तक न हो. 26 जनवरी परेड में मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन एमके-1, के-9 वज्र ऑटोमेटिक गन, आकाश मिसाइल प्रणाली और नाग मिसाइल प्रणाली शामिल होंगे.
दिल्ली हेडक्वार्टर के स्टाफ प्रमुख मेजर जनरल भवनीश कुमार ने कहा कि कर्तव्य पथ पर 74वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान प्रदर्शित किए जाने वाले सभी सैन्य उपकरण स्वदेशी होंगे, जो रक्षा निर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता (आत्मनिर्भरता) को बढ़ावा देने पर देश के फोकस को दर्शाता है. मेजर जनरल भवनीश कुमार परेड के सेकेंड-इन-कमांड होंगे.
स्वदेश युद्धक टैंकों की गूंज
उन्होंने बताया कि भारत के सबसे बड़े समारोह में शामिल होने वाले सैन्य उपकरणों में मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन एमके-1 (Battle Tank Arjun Mk-1), त्वरित प्रतिक्रिया से लड़ने वाले वाहन, के-9 वज्र स्व-चालित बंदूकें, आकाश मिसाइल प्रणाली और नाग मिसाइल प्रणाली शामिल होंगे. मुख्यालय दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ परेड कमांडर होंगे. फुल ड्रेस रिहर्सल के बाद परेड की अंतिम पंक्ति के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कुमार ने कहा कि औपचारिक 21 तोपों की सलामी के लिए एक स्वदेशी तोप इंडियन फील्ड गन तैनात की जाएगी.
हल्के हेलिकॉप्टर, 6 मार्चिंग दल
कुमार ने कहा कि सेना के फ्लाई पास्ट में दो स्वदेशी ध्रुव उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) और दो एएलएच हथियार सिस्टम रुद्र हेलिकॉप्टर शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि परेड में 61 कैवलरी, नौ मशीनीकृत कॉलम, छह मार्चिंग दल, और तीन परमवीर चक्र और तीन अशोक चक्र पुरस्कार विजेता शामिल होंगे. चूंकि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे, उस देश की 144 सदस्यीय मार्चिंग टुकड़ी भी परेड में हिस्सा लेगी. कुमार ने कहा कि मिस्र के मार्चिंग दल के सदस्यों को सेना, वायु सेना, नौसेना और वायु रक्षा बलों से लिया गया है। यह चौथी बार होगा जब गणतंत्र दिवस परेड में विदेशी सैनिक हिस्सा ले रहे हैं.
2016 में पहली बार परेड में 130 सैनिकों की एक फ्रांसीसी सेना की टुकड़ी ने हिस्सा लिया था. उस साल फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद मुख्य अतिथि थे. संयुक्त अरब अमीरात की एक टुकड़ी ने 2017 में परेड में भाग लिया था जब मुख्य अतिथि उस देश से थे. 2021 की परेड में बांग्लादेश सेना की मार्चिंग टुकड़ी ने हिस्सा लिया. बांग्लादेशी दल को उस समय आमंत्रित किया गया था जब दोनों देश बांग्लादेश के जन्म की स्वर्ण जयंती मना रहे थे.
पिछले साल परेड का एक मुख्य आकर्षण पुराने उपकरणों के साथ-साथ आधुनिक सेना के हथियारों का प्रदर्शन था. 2022 में प्रदर्शित किए गए हथियारों में सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल प्रणाली, मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन, BMP-II पैदल सेना के लड़ाकू वाहन और धनुष तोपखाने की बंदूकें, PT-76 और सेंचुरियन टैंक, OT-62 टोपस बख्तरबंद कार्मिक वाहक थे.
परेड शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता के बाद के युद्धों और अलग-अलग ऑपरेशन्स में शहीद हुए सैनिकों को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि देंगे. परेड 90 मिनट तक चलेगी. अधिकारियों ने कहा कि इसमें कुल 16 मार्चिंग दल शामिल होंगे, जिनमें सशस्त्र बल, 19 बैंड और 27 झांकी शामिल हैं. नाम न बताने की शर्त पर उन्होंने कहा कि पहली बार महिलाएं सीमा सुरक्षा बल के ऊंट दल का हिस्सा बनेंगी. परेड में तीन महिला अधिकारी भी सेना की टुकड़ी का हिस्सा बनेंगी.