कर्नाटक सरकार ने अधिक जोखिम वाले देशों से आ रहे लोगों में कोविड संक्रमण के खतरे के मद्देनजर संशोधित गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. गाइडलाइंस में कहा गया है कि अधिक जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों के लिए 7 दिनों का क्वारंटीन अनिवार्य है. सरकार ने इन देशों से आने वाले यात्रियों के लिए निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य बनाया है. सरकार ने कोविड संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में प्राथमिक और द्वितीयक तौर पर आने वाले व्यक्तियों का पता लगाकर और उन्हें क्वारंटीन में भेजकर निगरानी एवं निषिद्ध प्रयास तेज करने का फैसला किया है.
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी परिपत्र में कहा गया है, ‘चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे अधिक जोखिम वाले देशों से आने वाले अंतररराष्ट्रीय यात्रियों को पहुंचने के बाद 7 दिनों तक घरों में क्वारंटीन रहना होगा.’ वहीं, केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के अनुसार, आज से चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड की सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई है.
RT-PCR रिपोर्ट 72 घंटे से कम समय की चाहिए होगी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 30 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में आने वाले यात्रियों के लिए संशोधित कोविड गाइडलाइंस जारी कीं, जिसमें कहा गया है कि आरटी-पीसीआर की रिपोर्ट यात्रा शुरू करने से 72 घंटे के भीतर की होनी चाहिए. हर अंतरराष्ट्रीय उड़ान में आने वाले यात्रियों के दो प्रतिशत रैंडम जांच भी जारी रहेगी. ये निर्णय दुनिया के तमाम हिस्सों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लिए गए हैं.
कोविड महामारी के दो साल के सबसे बुरे दौर के बाद 2022 में कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट के कारण संक्रमण की एक नई लहर देखी गई, लेकिन यह ज्यादा घातक साबित नहीं हुई. धीरे-धीरे भारत समेत दुनिया भर में हालात सामान्य होते दिखे, मगर साल के अंत में वैश्विक स्तर पर मामलों में बढ़ोतरी से चिंताएं पैदा हुईं. देश में बीते दिन कोरोना के 226 नए मामले दर्ज किए गए. वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 4,46,78,384 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,653 पर पहुंच गई है.
भारत में कोरोना से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,30,702 हो गई है. रोजाना संक्रमण दर 0.12 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 0.15 प्रतिशत दर्ज की गई. उपचाराधीन रोगियों की संख्या कुल मामलों का 0.01 प्रतिशत है, जबकि मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 98.80 प्रतिशत हो गई है. संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,41,44,029 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत दर्ज की गई है.
(भाषा इनपुट के साथ)