देश के शीर्ष पहलवानों के भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को तुरंत प्रभाव से भंग किये जाने की मांग के बीच खेल मंत्री अनुराग ठाकुर गुरुवार की देर रात तक गतिरोध समाप्त करने का प्रयास करते रहे. हालांकि खेल मंत्री के आवास पर लगभग चार घंटे तक चली बैठक बेनतीजा रही. सूत्रों के मुताबिक आज (शुक्रवार) को सुबह एक बार फिर पहलवानों के साथ बैठक हो सकती है. ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक, विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट समेत कई भारतीय पहलवान डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण और धमकी देने का आरोप लगाते हुए पिछले दो दिनों से यहां जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं.
जानकारी के मुतबिक इस बैठक में खेल मंत्री ने पहलवानों की बात सुनी और धरना खत्म करने की अपील की. लेकिन खिलाड़ी इस बात पर अड़े हैं कि पहले डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाए. ऐसा माना जा रहा है कि शुक्रवार को भी पहलवान अपना धरना जारी रखेंगे. पहलवानों के एक करीबी सूत्र ने कहा कि सरकार अन्य मुद्दों को बाद में सुलझा सकती है. लेकिन उसे पहले डब्ल्यूएफआई को भंग करना चाहिए.
Delhi | Sakshee Malikkh, Bajrang Punia, Vinesh Phogat, Ravi Dahiya and other wrestlers leave from the residence of Union Sports Minister Anurag Thakur
They met the minister in connection with their protest and allegations against Wrestling Federation of India (WFI) pic.twitter.com/e4L3CYW38x
— ANI (@ANI) January 19, 2023
गुरुवार की रात विनेश, बजरंग, साक्षी, अंशु मलिक, रवि दहिया, सरिता मोर समेत प्रदर्शनकारी पहलवानों ने ठाकुर से उनके आवास पर मुलाकात की और त्वरित कार्रवाई की मांग की. दोनों पक्षों के बीच बैठक देर रात तक जारी रही जिसमें दोनों पक्ष अब तक कोई ठोस समाधान निकालने में विफल रहे हैं.
बेनतीजा रही बातचीत
इससे पहले भी पहलवानों की टीम को सरकार से बैठक के लिये बुलाया गया था, जिसमें तीन बार की राष्ट्रमंडल चैम्पियन विनेश फोगाट और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया तथा साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कांदियान शामिल थे। इन सभी ने अपने मुद्दों पर खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी, भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान और संयुक्त सचिव ( खेल) कुणाल से भी चर्चा की. एक घंटे तक चली बैठक में पहलवानों से विरोध प्रदर्शन खत्म करने को कहा गया और आश्वासन दिया गया कि उनकी शिकायतों का हल निकाला जायेगा.
72 घंटे के अंदर जवाब
इस बीच, डब्ल्यूएफआई को मंत्रालय की 72 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने की मांग का जवाब देना अभी बाकी है, जिससे संशय बढ़ गया है. मंत्रालय, हालांकि, बृज भूषण को इस्तीफा देने के लिए मजबूर नहीं कर सकता जब तक कि उसे लिखित जवाब नहीं मिलता क्योंकि सरकार ने खुद डब्ल्यूएफआई से स्पष्टीकरण मांगा है.
बबीता फोगाट बनीं सरकार की मैसेंजर
तीन बार राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता और भाजपा नेता बबीता फोगाट गुरुवार को सरकार की संदेशवाहक बनी और धरने पर बैठे पहलवानों को उनकी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया. पहलवानों की टीम को सरकार से बैठक के लिए बुलाया गया जिसमें तीन बार की राष्ट्रमंडल चैंपियन विनेश फोगाट और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया तथा साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कांदियान शामिल थे. इन सभी ने अपने मुद्दों पर खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी, भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान और संयुक्त सचिव (खेल) कुणाल से भी चर्चा की.
किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार: बृजभूषण
कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने कहा कि मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाए गए हैं वह दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस की तरफ से प्रायोजित हैं. चंद वही खिलाड़ी हैं जिनका करियर खत्म हो चुका है. वह मेरे ऊपर आरोप लगा रहे हैं. मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं. जब कुछ किया नहीं तो किसी बात का डर नहीं है.