बिहार और देश के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से “सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय नुकसान” हुआ है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो संदेश साझा किया है. साल 2022 में शरद यादव ने अपनी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का राजद में विलय कर दिया था.
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, “मंडल मसीहा, राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूं. कुछ कह पाने में असमर्थ हूं. माता जी और भाई शांतनु से वार्ता हुई. दुःख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार परिजनों के साथ है.” उन्होंने लिखा, ‘आदरणीय अभिभावक शरद यादव जी को अश्रुपूर्ण भावभीनी श्रद्धांजलि. शत्-शत् नम.’
आदरणीय अभिभावक शरद यादव जी को अश्रुपूर्ण भावभीनी श्रद्धांजलि। शत्-शत् नमन। pic.twitter.com/n1lDGQoFQ3
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 12, 2023
अपनी बातचीत संजोकर रखूंगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव के निधन पर शोक जताया. मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘शरद यादव के निधन से दुखी हूं. सार्वजनिक जीवन में अपने लंबे वर्षों में, उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया. वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से बहुत प्रेरित थे. मैं हमेशा अपनी बातचीत को संजोकर रखूंगा. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना.’
समानता की राजनीति को मजबूत किया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट किया, ‘देश की समाजवादी धारा के वरिष्ठ नेता, जद(यू) के पूर्व अध्यक्ष, शरद यादव जी के निधन से दुःखी हूं.’ उन्होंने कहा, ‘एक पूर्व केंद्रीय मंत्री और दशकों तक एक उत्कृष्ट सांसद के तौर पर देश सेवा का कार्य कर, उन्होंने समानता की राजनीति को मजबूत किया. उनके परिवार और समर्थकों को मेरी गहरी संवेदनाएं.”
शरद यादव जी समाजवाद के पुरोधा होने के साथ एक विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।
उनके शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। देश के लिए उनका योगदान सदा याद रखा जाएगा।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 12, 2023
शरद का योगदान याद रहेगा
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘शरद यादव जी समाजवाद के पुरोधा होने के साथ एक विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे. मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है. उनके शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. देश के लिए उनका योगदान सदा याद रखा जाएगा.’
बिहार शरद के योगदान को नहीं भूलेगा
उल्लेखनीय है कि शरद यादव ने बिहार के मधेपुरा से राजद के टिकट पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था. वह चार बार इस सीट से चुनाव जीत चुके थे. एक साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में उनकी बेटी सुभाषिनी यादव बिहारगंज से राजद की उम्मीदवार थीं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट किया, ‘शरद यादव मेरे राजनीतिक संरक्षक थे. उन्होंने उपमुख्यमंत्री के रूप में मेरी नियुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. बिहार उनके योगदान को कभी नहीं भूलेगा.’
शरद यादव का राजनीतिक करियर
शरद यादव काफी समय तक जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता रहे. कहा जाता है कि यादव 2013 में भाजपा के साथ संबंध तोड़ने के जदयू फैसले के प्रति आशंकित थे. चार साल बाद 2017 में भाजपा के साथ फिर से जुड़ने के नीतीश कुमार के फैसले के कारण यादव ने विद्रोह कर दिया था, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें राज्यसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
(भाषा इनपुट)