
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आकलन साल 2016-17 के बाद से केरल के कन्नूर में लगभग 44 लाख रुपए के फर्जी इनकम रिफंड हड़पने के आरोप में भारतीय नौसेना के 18 कर्मियों और केरल पुलिस के दो कर्मियों सहित 31 व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की है. जांच एजेंसी ने आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 120-बी (आपराधिक साजिश) और 276 सी (जानबूझकर कर से बचने का प्रयास) आईटी अधिनियम-1961 के तहत FIR दर्ज की है. दरअसल, इस मामले की शिकायत केरल के संयुक्त आयकर आयुक्त (तकनीकी) टी एम सुगंथमाला ने दर्ज करवाई थी.
अपनी शिकायत में सुगंथमाला ने आरोप लगाया कि कन्नूर में कई वेतनभोगी 2016-17 से फर्जी रिफंड का दावा कर रहे थे और कुछ एजेंट शुल्क के रूप में रिफंड राशि का 10 प्रतिशत एकत्र करके उनमें से कुछ के लिए आयकर रिटर्न दाखिल कर रहे थे.
एफआईआर में सुगंथमाला ने कहा, “मूल्यांकन अधिकारियों द्वारा सत्यापन से पता चला है कि ये लोग तमाम कटौती करके फर्जी रिफंड का दावा कर रहे थे, जो कि फॉर्म -16 में शामिल नहीं थे. हालांकि कुछ मामलों में उन्होंने स्वीकार किया है कि उनके दावे गलत थे और ब्याज सहित रिफंड राशि चुका दी है.” सुगंथमाला ने कहा कि कुल 51 वेतनभोगी लोगों ने कुछ एजेंटों की मिलीभगत से आयकर रिफंड का झूठा दावा किया था.
44 लाख रुपए का भुगतान नहीं किया गया वापस
उन्होंने कहा, 51 निर्धारितियों में से 20 व्यक्तियों ने आयकर रिफंड प्राप्त किया था, उन्हें नोटिस जारी किए जाने के बाद विभाग को 24.62 लाख रुपए वापस कर दिए गए थे. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने आयकर रिफंड का दावा करने में गलती की है.’ भारतीय नौसेना के 18 कर्मियों और केरल पुलिस के दो कर्मियों सहित शेष 31 निर्धारितियों ने झूठा दावा किया था और आयकर रिफंड प्राप्त किया था. अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने अभी तक विभाग को लगभग 44 लाख रुपए का भुगतान नहीं किया है, जिसे उन्होंने कथित तौर पर फर्जी दावों पर जेब में डाला था.