ओडिशा आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) रूसी सांसद पावेल एंटोव की मौत के मामले में परिस्थितियों का नाट्य रूपांतरण अभ्यास करने की योजना बना रहा है. एंटोव की 24 दिसंबर को रायगडा शहर के एक होटल की तीसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी, जबकि एक अन्य रूसी व्लादिमीर बिदानोव 22 दिसंबर को होटल में अपने कमरे में मृत पाए गए थे. पिछले 15 दिनों में ओडिशा में 3 रूसी नागरिकों की मौत हो चुकी है.
इस बीच, जगतसिंहपुर जिला प्रशासन के साथ पारादीप में मरीन थाना ने बुधवार को रूसी इंजीनियर मिलियाकोव सर्गेई (51) का पोस्टमार्टम किया, जो पारादीप बंदरगाह के पास समुद्र में खड़े एक मालवाहक जहाज के अंदर मृत पाए गए थे.
सर्गेई के माथे के बाईं ओर चोट का निशानः डॉक्टर
पोस्टमार्टम के दौरान मजिस्ट्रेट के रूप में मौजूद कुजंग तहसीलदार प्रीतिपर्णा मिश्रा ने कहा, “शव का अंत्य परीक्षण पूरा हो गया है, विसरा एकत्र किया गया है और फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. शव को प्रोटोकॉल के अनुसार एक उचित एजेंसी को सौंप दिया जाएगा.”
हालांकि, पोस्टमार्टम जांच में शामिल डॉक्टरों में से एक ने दावा किया कि सर्गेई के माथे के बाईं ओर चोट का निशान था. डॉक्टर ने कहा, “यह गिरने के कारण हो सकता है. फोरेंसिक रिपोर्ट से विवरण का पता लगाया जा सकता है.” डॉक्टर ने कहा कि माथे पर चोट का निशान आवश्यक रूप से कुछ गलत का संकेत नहीं दे सकता है.
दोनों मौतों में साजिश का कोई सबूत नहींः जांच अधिकारी
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि रायगडा मौत के मामले में सीआईडी ने होटल के कर्मचारियों से पूछताछ जारी रखी, जबकि जब्त की गई वस्तुओं को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा. अधिकारी ने कहा, “चूंकि मौत के इन दोनों मामलों में साजिश का कोई सबूत या सुराग नहीं मिला है, इसलिए जांच एजेंसी एंटोव की मौत के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों के नाट्य रूपांतरण पर विचार कर रही है.” जैसे कि इसी तरह की परिस्थिति में छत से गिरने की कवायद.
अधिकारी ने एजेंसी की योजना का जिक्र करते हुए कहा कि एंटोव के समान वजन और ऊंचाई वाली वस्तु बनाई जाएगी. विशेषज्ञ एंटोव के शरीर पर घटना की प्रकृति और चोट के निशान का पता लगाने की कोशिश करेंगे और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मिलान करेंगे. अधिकारी ने कहा, “इस कवायद से जांच दल को एक निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचने में मदद मिलने की उम्मीद है.”
51 वर्षीय मिलियाकोव सर्गेई की मौत के बारे में पुलिस ने बताया कि सर्गेई की मंगलवार तड़के करीब चार बजे मौत हो गई, लेकिन शव को जहाज से बाहर लाने में इतना समय इसलिए लगा क्योंकि जहाज करीब 45 किमी दूर समुद्र में लंगर डाले हुए था. उन्होंने कहा कि उच्च ज्वार के कारण एक छोटी मशीनीकृत नाव से शव को निकालने का प्रयास भी सफल नहीं रहा.
सर्गेई पारादीप के रास्ते बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह से मुंबई जा रहे जहाज एमबी अलदना का मुख्य अभियंता था. पुलिस ने कहा कि शव को पहले पारादीप बंदरगाह अस्पताल ले जाया गया और फिर पोस्टमॉर्टम के लिए कुजांग सरकारी अस्पताल भेज दिया गया. जगतसिंहपुर के पुलिस अधीक्षक अखिलेश्वर सिंह ने कहा कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि रूसी अभियंता की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई.
इनपुट- एजेंसी/ भाषा