कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को शिलॉन्ग में भाषण दे रहे थे. इसी दौरान अचानक से एक हेलीकॉप्टर मैदान के ठीक ऊपर चक्कर काटने लगा. इससे उनके सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी भी सचेत हो गए. कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने एक वीडियो ट्वीट में लिखा, आज शिलांग, मेघालय में राहुल जी के भाषण के बीच अचानक से एक हेलीकाप्टर कुछ यूं आकर मैदान के ठीक ऊपर चक्कर लगाने लगा, राहुल जी के सुरक्षा कर्मी भी सचेत हो गए. पुलिस-प्रशासन ही इसकी जानकारी दे सकता है कि इस हेलीकाप्टर में कौन था?’
मेघालय में 27 फरवरी को मतदान होगा और वोटों की गिनती दो मार्च को होगी. कांग्रेस ने राज्य विधानसभा की सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को खड़ा किया है.
आज शिलांग, मेघालय में @RahulGandhi जी के भाषण के बीच अचानक से एक हेलिकाप्टर कुछ यूँ आकर मैदान के ठीक ऊपर चक्कर लगाने लगा, राहुल जी के सुरक्षा कर्मी भी सचेत हो गए.
पुलिस – प्रशासन ही इसकी जानकारी दे सकता है कि कौन था इस जहाज़ में.@INCIndia @ChatrathM #Meghalya pic.twitter.com/27pdYihGt8— Alka Lamba (@LambaAlka) February 22, 2023
BJP-TMC पर राहुल ने साधा निशाना
राहुल मे शिलॉन्ग में बीजेपी और टीएमसी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी को मेघालय की भाषा, संस्कृति और इतिहास को नुकसान नहीं पहुंचाने देंगे. वहीं, उन्होंने टीएमसी को लेकर कहा कि मेघालय के लोग टीएमसी की परंपराओं- पश्चिम बंगाल में हिंसा और घोटाले से वाकिफ हैं. राहुल ने कहा कि टीएमसी ने गोवा चुनाव में बड़ी रकम खर्च की, वह भाजपा को जिताने के लिए मेघालय में भी यही कर रही है.
BJP-RSS देश की संस्थाओं पर कर रहे हमला
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस अपनी विचारधारा से देश की संस्थाओं पर हमला कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया, ‘चाहे वह तमिलनाडु, कर्नाटक, जम्मू और कश्मीर, या हरियाणा हो – हर एक राज्य पर आरएसएस द्वारा हमला किया जा रहा है। सभी राज्यों पर एक विचार थोपा जा रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘भारत में हर एक संस्था – चाहे वह संसद हो, मीडिया हो, नौकरशाही हो, निर्वाचन आयोग हो या न्यायपालिका – आरएसएस और भाजपा की विचारधारा के दबाव में हैं.’
देश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कर रही भाजपा
कर्नाटक में धर्मांतरण विरोधी कानून और भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या (मॉब लिंचिंग) की घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा देश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कर रही है. गांधी ने कहा, ‘हम इसका विरोध करेंगे.’ उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ देश को इसके खिलाफ एकजुट करने के लिए थी. (भाषा से इनपुट के साथ)