संसद का बजट सत्र शुरुआत से ही हंगामे की भेंट चढ़ता दिख रहा है. अडाणी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर सड़क से लेकर संसद तक हंगामा बरपा हुआ है. विपक्ष सदम में चर्चा चाहता है. कांग्रेस के कई राज्यसभा सदस्यों ने इस रिपोर्ट को लेकर चर्चा की मांग करते हुए शुक्रवार को कार्यस्थगन के नोटिस दिए. राज्यसभा सदस्यों प्रमोद तिवारी, सैयद नासिर हुसैन, कुमार केतकर, अमी याग्निक और नीरज डांगी ने नियम 267 के तहत प्रश्नकाल और दूसरे विधायी कार्यों को स्थगित करके चर्चा की मांग की है.
Parliament budget session latest Updates…
- लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है. लोकसभा दो बजे और राज्यसभा ढाई बजे तक के लिए स्थगित हुई है. राज्यसभा सभापति ने विपक्षी सांसदों के अडानी- हिंडनबर्ग पर कार्यस्थगन और चर्चा के नोटिस को अस्वीकार किया. इसके बाद हंगामा शुरू हो गया.
- राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने कहा, ‘हमने विपक्षी दलों बैठक बुलाई है. वहां आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे. उसके बाद अगला का कदम लेंगे. हम नियम के मुताबिक नोटिस देते हैं. उनका (BJP) अगला कदम क्या होगा उन्हें पता होगा.’
- कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘अगर अमूल दूध के दाम में इजाफा होगा तो सबसे ज्यादा असर आम आदमी पर पड़ेगा. हो सकता है मोदी जी और अमित शाह जी दूध नहीं पीते होंगे लेकिन देश के बच्चों के लिए तो दूध पीना जरूरी है. दूध के दाम को बढ़ाते हुए सरकार ने अपनी नियत साफ कर दी है.’
- आम आदमी पार्टी से राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने कहा, ‘मोदी ने पोर्ट दिया, मोदी ने एयरपोर्ट दिया, मोदी ने स्टील दिया, मोदी ने रेल, मोदी ने तेल दिया, मोदी ने बिजली दिया, मोदी ने काला धन दिया जो अडानी की कंपनियों में लगा. अमृतकाल में ज़हरीला घोटाला हुआ तो मोदी खामोश.’
नोटिस में कहा गया है कि बाजार में पूंजी गंवाती कंपनियों में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC), सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के निवेश के मुद्दे पर चर्चा कराई जाए. इस विषय पर चर्चा कराने और इसकी जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) गठित किए जाने की मांग को लेकर गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया था, जिसके कारण कार्यवाही बाधित हुई और एक एक बार के स्थगन के बाद दोनों सदनों की बैठक दोपहर दो बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई.
अडाणी ने 20000 करोड़ के FPO वापस लिए
अडानी एंटरप्राइजेज ने बुधवार को अपने 20 हजार करोड़ रुपए के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (FPO) को वापस लेने और निवेशकों का पैसा लौटाने की घोषणा की. हालांकि, कंपनी के एफपीओ को मंगलवार को पूर्ण अभिदान मिल गया था. समझा जाता है कि अडानी एंटरप्राइजेज ने यह कदम अमेरिका की शॉर्टसेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद उठाया है.
(भाषा इनपुट के साथ)