
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने बड़ा ऐलान किया है. अरुणाचल प्रदेश के 336 सीमावर्ती गांव के लोगों को भी अब 4जी वायरलेस कनेक्टिविटी और डिजिटल सेवाएं मिलेंगी. किरेन रिजिजू ने 254 टेलिकॉम टावरों की स्थापना की घोषणा करते हुए ये बात कही.
सरकार 336 सीमावर्ती गांव में रहने वाले 70 हजार लोगों को 4जी कनेक्टिविटी और डिजिटल सर्विस उपलब्ध करवाएगी. रिजिजू ने ये भी बताया कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार चीन के साथ बॉर्डर शेयर करने वाले राज्य अरुणाचल में बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा दे रही है.
254 टेलिकॉम टावरों का लोकार्पण
किरेन रिजिजू ने इस दौरान 254 टेलिकॉम टावरों का लोकार्पण किया. बता दें, इनमें से ज्यादातर टावर सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थापित किए गए हैं. 4जी कनेक्टिविटी को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि वह सीमा के पास वाले दुर्गम इलाकों तक कनेक्टिविटी पहुंचाए. इसी के साथ रिजिजू ने ये भी बताया कि हम कुछ भी उनके क्षेत्र (चीन) में नहीं बना रहे हैं बल्कि जो बना रहे हैं अपने क्षेत्र में बना रहे हैं. दूसरी सरकारों ने तो ये कदम भी नहीं उठाया.
मोबाइल टावर स्थापित करने के दौरान आई ये चुनौती
किरेन रिजिजू ने उन चुनौतियों के बारे में भी बात की जो मोबाइल टावर स्थापित करने के दौरान आई. उन्होंने बताया कि दुर्गम इलाके और इंफ्रास्ट्रक्चर इकोसिस्टम बनाने की जरूर उनमें से कुछ चुनौतियां थी. उन्होंने ये भी बताया कि बुनियादी ढांचा तैयार करने के लिए सभी एजेंसिया साथ आई हैं. मोबाइल टावरों की स्थापना के मौके पर किरेन रिजिजू के साथ केंद्रीय दूरसंचार और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे. उन्होंने इसे अरुणाचल प्रदेश के लोगों के लिए महत्वपूर्ण अवसर बताया.
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उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि टावर इज तवांग 12,600 फीट ऊंचा भारत का सबसे ऊंचा टावर है. इसके अलावा तीन रेल परियोजनाओं पर भी काम चल रहा है. रिजिजू ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में हर शख्स को 4जी कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने के लिए अतिरिक्त टावर लगाने के लिए 1,156 साइटों की पहचान की गई है