नई दिल्ली. 3 अप्रैल 1914 को एक ऐसे शेर का जन्म हुआ जिसने अपना नाम हमेशा के लिए भारत के इतिहास में रोशन कर दिया. शरीर में 9 गोलियां खाने के बाद भी जिसने अपनी मस्ती नहीं छोड़ी और इंदिरा गांधी जैसी सख्त प्रधानमंत्री से भी मजाकिया लहजे में 'स्वीटी' कह दिया था. जी हां हम बात कर रहे हैं यहां पर सैम बहादुर या यूं कहें सैम मानेकशॉ की. इन्हें भारत का पहला फील्ड मार्शल बनने का गौरव भी हासिल हुआ था. मानेकशॉ की बहादुरी और मजाकिया अंदाज के किस्से इतने दिलचस्प हैं कि सुनने वाले विश्वास ही नहीं कर पाते हैं. भारत के इस सच्चे वीर सपूत ने ही बांग्लादेश को पाकिस्तान के चंगुल से आजाद करवाया था. बता दें कि सैम मानेकशॉ अब हमारे बीच नहीं रहे हैं उनका निधन 27 जून 2008 को हो गया था. यह भी पढ़ें: Howrah Violence- ममता बनर्जी हिंदू विरोधी बंगाल हिंसा पर बरसे केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर सैम मानेकशॉ एक ऐसे शख्स थे जिन्होंने भारत की फौज का नेतृत्व किया और पाकिस्तान से युद्ध के दौरान जीत की गारंटी ली थी. इस खबर में हम जानते हैं उनके बहादुरी से भरे कई मजेदार किस्सों के बारे में... इंदिरा से कहा था 'स्वीटी' वक्त था 1971 का, भारत के ऊपर युद्ध के बादल छाए हुए थे, इस वक्त तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सैम मानेकशॉ से संपर्क किया था. इस दौरान इंदिरा गांधी ने उनसे युद्ध के लिए अपनी सेना को तैयार रखने और खुद तैयार रहने के लिए कहा था. इसके जवाब में मानेकशॉ ने कहा था कि 'आई एम ऑलवेज रेडी, स्वीटी.' बता दें कि मानेकशॉ का यह अंदाज उस वक्त भी बहुत चर्चा का विषय बना था. जब एक चेतावनी पर पाक सेना ने घुटने टेके 13 दिसंबर 1971 को पूर्वी पाकिस्तान में युद्ध की स्थिति बनी हुई थी इस वक्त मानेकशॉ ने स्थिति को देखते हुए एक स्टेटमेंट जारी किया था. उन्होंने पाकिस्तान की सेना से कहा था कि वह सरेंडर कर दें नहीं तो उन्हें खत्म कर दिया जाएगा. इस चेतावनी के 3 दिन बाद पाकिस्तान के करीब 90 हजार सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने घुटने टेक दिए थे. इसी घटना के बाद से बांग्लादेश आजाद हुआ था. 9 गोलियां लगने के बाद भी डॉक्टर से किया मजाक दूसरे विश्व युद्ध के दौरान सैम मानेकशॉ को एक जापानी सैनिक ने 9 गोलियां उनके पेट और लंग्स में मार दी थीं. इतनी गोलियां लगने के बाद किसी का जिंदा रहना संभव नहीं है. लेकिन मानेकशॉ सी दिलेगी तो कम ही देखने को मिलती है, बताया जाता है कि जब वह हॉस्पिटल पहुंचे थे और डॉक्टर्स ने उनसे पूछा कि क्या हो गया है तो उन्होंने कहा था कि कुछ नहीं गधे ने लात मार दी है. इंदिरा को युद्ध टालने को कहा, फिर ली जीत की गारंटी 1971 में जब भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध के हालात बन रहे थे उस वक्त इंदिरा ने उनसे कहा था कि पाकिस्तान पर मार्च के महीने में ही चढ़ाई कर दी जाए. लेकिन इस बात से सैम मानेकशॉ ने साफ इनकार कर दिया था. मानेकशॉ पर इंदिरा गांधी नाराज हो गईं थीं. जब मानेकशॉ ने यह देखा तो उन्होंने इदिरा से कहा था कि सिर्फ 6 महीने रुक जाइए, सेना अभी तैयार नहीं है. 6 महीने बात उन्होंने कहा था कि अगर युद्ध हुआ तो जीत पक्की होगी. यह भी पढ़ें: कर्नाटक BJP विधायक भी पहुंचे जेल, रिश्वतखोर बेटा पहले से ही सलाखों के पीछे
यह भी पढ़ें
[RECENT]_$type=list$author=hide$comment=hide
/fa-clock-o/ WEEK TRENDING$type=list
-
लालकिला (Lal qila) मैदान में दस दिवसीय भारत भाग्य विधाता (Bharat Bhagya Vidhata) महोत्सव का आयोजन आज से शुरू होगा. इसमें भारत की विविधता...
-
भारत दौरे पर आईं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी. हैदराबाद हाउस में ...
-
रोमानिया के बुखारेस्ट से खास इंडिगो फ्लाइट से 219 भारतीय नागरिक वापस भारत लौट आए हैं. दिल्ली वापस लौटे 219 भारतीय नागरिकों का दिल्ली एयरपोर...
-
गली-मोहल्ले तक कोरोना की दस्तक, अगर तीसरी लहर पीक पर पहुंची तो एक दिन में 16 लाख केस आने की संभावना!सरकार की तरफ से ये बात कही जा रही है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है. कोरोना वायरस का इन्फेक्शन शहर दर शहर लोगों को अपनी चपेट में ...
-
अरुणाचल प्रदेश ( Arunachal Pradesh ) के पांगिन में रविवार भूकंप ( Earthquake ) के झटके महसूस किए गए. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4....