मेघनगर । शिक्षा का स्तर सुधारने के दावे शासन के पूरी तरह खोखले साबित हो रहे है, इस मामले मे शासन प्रशासन ओर सरकार भी शक के साथ कटघरे मे खड़ी है। मेघनगर ब्लॉक के ग्राम खाल खंडवी के गुराडिया फलिया की प्रथमिक शाला मे शिक्षा की पोल खोलते दृश्य छात्राओ के भविष्य के पतन की ओर इशारा कर रहे है।
गुराडीया फलिया मे संचालित प्राथमिक शाला मे छात्र छात्राएं बारिश से टपकती छत के कारण बाहर बैठ कर शिक्षा प्राप्त करने को मजबूर है। ऐसे ही टपकती स्कूलो की छते शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल रही है। इस शाला के लिए पूर्ण मे बना भवन जर्जर होने के बाद विभाग द्वारा समीप ही एक अन्य भवन विगत 4 से 5 वर्ष पूर्व बनाया था, वो भी वार्तमान मे जर्जर अवस्था मे है, जिसमे बारिश का पानी टपकने से छात्र परेशांन है। बारिश के दिनों मे अंदर बैठ कर पड़ाई करना मुश्किल हो चुका है, टपकती छत का पानी स्कूल मे भर जाता है, बैठने की भी जगह नही है। पदस्थ शिक्षकों ने बताया की शाला मे 57 बचे दर्ज है, जिसमे 29 लड़के ओर 28 लड़किया है। शाला मे बैठकर पड़ने की उचित व्यवस्था नही होने से बचो की उपास्थिति भी कम हो चुकी है। यहाँ पदस्थ दो शिक्षक मे एक अथिति शिक्षक है, जिनके भरोसे शाला संचालित हो रही है।
अधिकारियो का निरीक्षण, पर सुधार नही-
उक्त मामले मे पूर्व मे बी ई ओ, बी आर सी एवं जिले से अधिकारियों का दौरा हो चुका है लेकिन किसी भी जिम्मेदारों ने शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की दिशा मे कोई कदम नहीं उठाया। बारिश मे टपकती छत से बच्चे परेशांन है, शिक्षा प्रभावित हो रही ओर अधिकारी अपनी ओपचारिकता पुरी कर अपने कर्तव्य से दुरिया बनाये बैठे है।
ये बोले जिम्मेदार-
फिल्हाल मे नया हु, पर जानकरी के मुताबिक पूर्व मे अधिकारियों का निरीक्षण हो चुका पर कोई सुधार नहीं किया गया -राकेश मैडा, जन शिक्षक
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