सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सोमवार को 14 फरवरी से हफ्ते में दो दिन (बुधवार और गुरुवार) को फिजिकल हियरिंग (Physical Hearing) शुरू करने का फैसला लिया है. सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस (Corona Virus) के गिरते मामलों के बाद लिया है. सुप्रीम कोर्ट सेक्रेटरी जनरल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि फिजिकल हियरिंग का निर्णय भारत के मुख्य न्यायाधीश द्वारा जजों की समिति के परामर्श से लिया गया है.
आदेश में कहा गया है कि राजधानी दिल्ली में कोरोना वयारस के केसों और पॉजिटिविटी रेट में गिरावट, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और 4 फरवरी को दिल्ली सरकार की ओर से जारी आदेश को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है. बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के बाद तीन जनवरी से फिजिकल हियरिंग को सस्पेंड कर दिया और वर्चुअल सुनवाई शुरू कर दी थी.
हफ्ते में दो बार होगी सुनवाई
दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1151 नए मामले सामने आए और 15 मरीजों की मौत हो गई जबकि संक्रमण दर मामूली रूप से बढ़कर 2.62 फीसदी रही. स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में यह जानकारी दी गई. इसके मुताबिक, नए मामले सामने आने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 18,45,084 तक पहुंच गई और अब तक 25,998 मरीज इस घातक वायरस के कारण जान गंवा चुके हैं. फीजिकल सुनवाई सप्ताह में दो बार बुधवार और गुरुवार को होगी. अन्य दिनों में हाइब्रिड मोड सुनवाई आयोजित की जाएगी जैसा कि पिछले साल तय किया गया था.सुप्रीम कोर्ट ने फिजिकल सुनवाई के लिए नया मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी किया है.
इससे पहले हर सुनवाई के बाद 15 मिनट का ब्रेक किया था तय
इससे पहले भारत के सर्वोच्च न्यायालय में 21 अक्टूबर 2021 से शुरू होने वाली फिजिकल सुनवाई के साथ, मीडियाकर्मियों को सामान्य COVID प्रतिबंधों के अधीन, हियरिंग को कवर करने के लिए कोर्ट रूम में आने की अनुमति देने का निर्णय लिया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने फिजिकल सुनवाई के लिए नया मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी किया था.
नए SOP के अनुसार फिजिकल सुनवाई के दौरान हर मामलों के बाद 15 मिनट का ब्रेक तय किया गया था. इस दौरान कोर्ट रूम को पूरी तरह सैनिटाइज किया जाएगा. नए नियम के तहत सुनवाई के दौरान कोर्ट में एक के बाद एक वकीलों को बुलाया गया था. वे अपने मामलों की सुनवाई में बुलाए जाने तक बार लाउंज में प्रतीक्षा कर सकते थे. इस नियम को गैलरी में वकीलों द्वारा लगने वाली भीड़ से बचने के लिए बनाया गया था.
दिल्ली में घटे कोरोना मामले
बता दें फिलहाल दिल्ली में रविवार को संक्रमण के 1,410 मामले सामने आए और 14 मरीजों की मौत हो गई थी जबकि संक्रमण दर 2.45 फीसदी रही थी. बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए 15,416 बिस्तर उपलब्ध हैं, जिनमें से 936 पर मरीज हैं. इसके मुताबिक, दिल्ली में फिलहाल 7,885 एक्टिव मरीज हैं. अदालत ने संशोधित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) पर विचार किया है, जिसे उसने पिछले साल 7 अक्टूबर को कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर के बाद जारी किया था.