केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने स्पष्ट कर दिया है कि नए भारत को बाधाओं और नकारात्मकता से नहीं रोका जा सकता है. पीएम मोदी ने देश की सोच के पैमाने को बदल दिया है. जिससे भारत ने सदी की सबसे बड़ी महामारी (Epidemic) को अवसर में बदल दिया. बजट सत्र (Budget Session) के शुरुआत में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री के भाषण का ट्विटर पर एक लिंक साझा करते हुए गृह मंत्री ने सभी से पीएम मोदी का भाषण सुनने की अपील की.
गृह मंत्री ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘ पीएम नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट बताया कि नया भारत किसी भी विघ्न और नकारात्मकता से रुकने वाला नहीं है. पीएम ने देश में सोचने के पैमाने को बदला है, जिससे भारत ने सदी की सबसे बड़ी आपदा को अवसर में बदलकर सुनहरे आत्मनिर्भर कल की नींव रखी. इस भाषण को अवश्य सुनें’. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि भारत जिस तरह से कोविड-19 महामारी से निपटा वह दुनिया के लिए एक उदाहरण है.
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने अपनी सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल पर सवाल उठाने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. पीएम ने कहा कि कांग्रेस को दशकों से अनेक राज्यों की जनता नकार चुकी है. लेकिन उसका अहंकार नहीं जाता और वह अब भी ‘अंध विरोध’ में लगी है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने मन बना लिया है कि उसे 100 साल तक सत्ता में नहीं आना है.
विभाजनकारी मानसिकता कांग्रेस के डीएनए में: पीएम
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का लोकसभा में जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘कोरोना काल के बाद दुनिया एक नयी व्यवस्था की तरफ बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है. भारत को इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए’. पीएम ने लगभग 100 मिनट के अपने भाषण में कहा कि ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के बाद देश जब ‘आजादी के 100 साल मनाएगा, तब तक हम पूरे सामर्थ्य से, पूरी शक्ति और पूरे संकल्प से देश को उच्चतम स्तर पर लेकर पहुंचेंगे’. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज विभाजनकारी मानसिकता कांग्रेस के डीएनए में घुस गई है. कांग्रेस की नीति ‘बांटो और राज करो’ की बन गई है’.
कांग्रेस पार्टी की सत्ता में आने की इच्छा खत्म: पीएम
पीएम मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी की सत्ता में आने की इच्छा खत्म हो चुकी है, उसे लगता है कि जब कुछ मिलने वाला नहीं है तो कम से कम बिगाड़ दो. कांग्रेस आज इसी दर्शन पर चल रही है’. उन्होंने कहा कि ‘हम सब संस्कार से, व्यवहार से लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध लोग हैं और आज से नहीं, सदियों से हैं. आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंध विरोध लोकतंत्र का अनादर है’. विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्य यह है कि आपमें से बहुत से लोग ऐसे हैं, जिनका कांटा 2014 में अटका हुआ है और उससे वो बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. उसका नतीजा भी आपको भुगतना पड़ा है’.
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