सिनेमा घरों में पहुंचने से पहले ही चर्चाओं में आ जाने वाली फिल्म “कश्मीर फाइल्स” (The Kashmir Files) को लेकर एक बुरी खबर आ रही है. यह खबर है हिंदुस्तान की राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) से. खबर के मुताबिक ‘साइबर ठग (Cyber Cheater) इस चर्चित फिल्म के नाम पर आमजन के पास एक लिंक भेज रहे हैं. लिंक के मजमून में यह ऑनलाइन साइबर ठग (Kashmir Files Online Cheating) फोकट में कश्मीर फाइल्स फिल्म दिखाने का झांसा दे रहे हैं. जैसे ही इन ठगों की करतूत से अनजान कोई भी शख्स लिंक को क्लिक कर रहा है. वैसे ही उसके बैंक खाते से रकम निकल जा रही है.’
इन तमाम तथ्यों की पुष्टि नोएडा जोन के डीसीपी रणविजय सिंह भी मीडिया से करते हैं. डीसीपी के मुताबिक, “कश्मीर फाइल्स फिल्म के नाम पर लिंक भेजकर ऑनलाइन ठगी की कुछ शिकायतें मिलीं है. साथ ही इस तरह की शिकायतों पर जिला पुलिस गंभीरता से उनकी पड़ताल में भी दिन रात जुटी हुई है. हर शिकायत का मजमून एक दूसरे से मिलता जुलात है. जिसके मुताबिक जैसे ही लोग लिंक पर क्लिक करते हैं. उसी समय उनका मोबाइल हैक हो जा रहा है. थोड़ी ही देर बाद इन लोगों को मैसेज आता है कि उनके खाते से रकम निकाल ली गई है.” हालांकि इन मामलों के सामने आने पर दिल्ली और नोएडा दोनो ही स्थानों की पुलिस सतर्क हो गई है.
पुलिस लोगों को ऐसे कर रही ‘अलर्ट’
नोएडा पुलिस के मुताबिक आमजन जो साइबर ठगों की हरकतों या ठगी के स्टाइल से अनजान है. वे किसी भी तरह के अनजान लिंक पर ‘क्लिक’ ही न करें. ठगों ने ऐसा तिकड़म भिड़ा रखा है ताकि, अनजान शख्स को लिंक क्लिक करते वक्त उनके नापाक इरादों की भनक तक न लग सके. जब पीड़ित के बैंक खाते से रकम निकल जाती है. तब जाकर पीड़ित को पता चलता है कि फोकट में ‘कश्मीर फाइल्स’ दिखाने के नाम पर उसे तो साइबर अपराधियों ने शिकार बना डाला है. उल्लेखनीय है कि जब से कश्मीर फाइल्स की कहानी निकल कर सामने आई है. तभी से इस फिल्म को लेकर अलग अलग तरह के चर्चे भी शुरू हो गए हैं. फिल्म को लेकर अधिकांश लोग दो मतों में बंटे हुए हैं. एक पक्ष फिल्म की पहरोकारी में है तो, दूसरा पक्ष विरोध में खड़ा हुआ है.
प्रधानमंत्री ने की विरोधियों की बोलती बंद
और तो और कश्मीर फाइल्स जैसी चर्चित और बेहद कम बजट में तैयार फिल्म को लेकर मचा हो-हल्ला सिर्फ आमजन तक ही सीमित नहीं रहा है. इसका चर्चा हिंदुस्तानी संसद तक जा पहुंचा. उस नौबत तक कि फिल्म के विरोध में बयानबाजी कर रहे लोगों के मुंह बंद करने को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को बयान देना पड़ गया. प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में दिए बयान में कहा कि जिन लोगों को फिल्म से परेशानी है वे अपनी कोई दूसरी फिल्म बना लें. कौन उन्हें उनकी मनमर्जी की फिल्म बनाने से रोक रहा है. साथ ही प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, फिल्म को बनाने वालों ने बहुत मेहनत की है. फिल्म में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है. फिल्म में जो इतिहास दिखाया गया है. वह सब एक सच है. फिर भी कुछ लोग इस फिल्म को देखने से पहले ही उसका विरोध करने पर उतर आए हैं.
यह भी जरूर पढ़ें