
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा इन दिनों अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चा में बने रहते हैं. हिमंत ने कल बुधवार को कहा था कि अगर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपने पूर्वजों द्वारा कराए गए विभाजन को लेकर कोई अफसोस है तो उन्हें अखंड भारत के निर्माण के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश के भारत में विलय का प्रयास करना चाहिए. हालांकि पाकिस्तान की ओर से इस बयान पर प्रतिक्रिया आई है और अखंड भारत के विचार का प्रचार करने संबंधी बयान को खारिज कर दिया.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (Pakistan foreign office) के बयान में कहा गया, (सरमा द्वारा) निरर्थक दावा सत्तारूढ़ बीजेपी के हिंदुत्व बहुसंख्यकवादी एजेंडे और इसकी विस्तारवादी मानसिकता की अभिव्यक्ति है, जो अपने देश के धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ-साथ पड़ोसी देशों की पहचान और संस्कृति को मिटाना चाहती है. सीएम सरमा ने राहुल की अगुवाई में हो रही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के संदर्भ में यह बयान दिया था.
‘भारत जोड़ो यात्रा’ शताब्दी का मजाक: CM सरमा
इससे पहले हिमंत बिस्वा सरमा ने गुवाहाटी में एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा कि राहुल के नेतृत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शताब्दी का मजाक है क्योंकि देश एकजुट और संगठित है. उन्होंने कहा, देश कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक, सिलचर से सौराष्ट्र तक संगठित और एकजुट है और एकीकरण की कोई आवश्यकता नहीं है.
सरमा ने कहा, पाकिस्तान बनाने के लिए 1947 में देश का विभाजन किया गया था और बाद में बांग्लादेश अस्तित्व में आया. यदि राहुल गांधी को उनके पूर्वजों द्वारा पैदा की गई समस्या के लिए अफसोस या दुख है तो उन्हें अखंड भारत के निर्माण के लिए भारत के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश को मिलाने की कोशिश करनी चाहिए.
3500 km लंबी होगी यह यात्रा
पूर्व कांग्रेस नेता सरमा ने एक ट्वीट में कहा कि आज का भारत जुझारू, मजबूत और एकजुट है. उन्होंने ट्वीट किया, भारत केवल 1947 में विभाजित हुआ था क्योंकि कांग्रेस इसके लिए राजी हो गई थी. राहुल गांधी यदि एकीकरण चाहते हैं तो उन्हें भारत जोड़ो यात्रा के लिए पाकिस्तान जाना चाहिए. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में 12 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों से गुजरते हुए 3500 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी.
असम कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने कहा कि यह यात्रा लोगों के बीच एकता लाने के लिए निकाली जा रही है जिन्हें वर्ग, जाति और धर्म के आधार पर बांटा गया है. उन्होंने आरोप लगाया, जब से शर्मा असम के मुख्यमंत्री बने हैं, तब से पड़ोसी राज्यों के साथ, हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच एवं आदिवासियों तथा गैर-आदिवासियों के बीच कई संघर्ष हुए हैं.
भूपेन बोरा ने कहा कि इस तरह की विभाजनकारी राजनीति को खत्म करने के संदेश के साथ राहुल गांधी यात्रा निकाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि असम तथा उत्तर पूर्व के अन्य राज्यों में कांग्रेस कार्यकर्ता लोगों के बीच एकता की भावना को मजबूत करने के लिए उन तक पहुंचेंगे.
इनपुट- एजेंसी/भाषा
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