
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को पूर्वोत्तर के तीन दिवसीय दौरे पर गंगटोक पहुंच गए हैं. उन्होंने गंगटोक में एक रैली को भी संबोधित किया. अपने ट्विटर अकाउंट पर उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है. इसमें दिख रहा है कि स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया है. अमित शाह ने गंगटोक में कहा, ‘आजादी के 75 साल में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले नॉर्थ ईस्ट को सिर्फ पर्यटक स्थल माना जाता था. लेकिन उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद नॉर्थ ईस्ट का असल विकास शुरू हुआ.’
गृह मंत्री अमि शाह ने यह बातें उत्तर-पूर्वी क्षेत्र डेयरी सहकारी सम्मेलन-2022 के दौरान कहीं. उन्होंने इस सम्मेलन का उद्घाटन भी किया था. इसके साथ ही उन्होंने इस दौरान कहा कि पीएम मोदी की सरकार ने 65 हजार प्राइमरी एग्रीकल्चरल क्रेडिट सोसाइटी के गठन का फैसला लिया है. हमने तय किया है कि हर पांच साल में प्रत्येक पंचायत को एक प्राइमरी एग्रीकल्चरल क्रेडिट सोसाइटी और एक डेयरी मिले.
असम भी जाएंगे अमित शाह
गृह मंत्री सिक्किम में बीजेपी के स्थानीय नेताओं से भी मुलाकात करेंगे और फिर असम में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पार्टी से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए शुक्रवार शाम असम पहुंचेंगे. गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘सिक्किम और असम की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के लिए पूर्वोत्तर रवाना हो रहा हूं. आज गंगटोक में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र डेयरी सहकारी सम्मेलन-2022 का उद्घाटन करूंगा, जिसके बाद असम में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होऊंगा.’
गृह मंत्री के कार्यालय द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए यात्रा कार्यक्रम के अनुसार, असम के लिए रवाना होने से पहले शाह दिन में गंगटोक में भाजपा की सिक्किम इकाई के कोर समूह से मुलाकात करेंगे.
Grateful to the people of Sikkim for such a warm reception in Gangtok. I am overwhelmed. pic.twitter.com/7os1sa20Ee
— Amit Shah (@AmitShah) October 7, 2022
असम इकाई की कोर कमेटी संग करेंगे बैठक
गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा का शुक्रवार को गुवाहाटी के सरकारी अतिथि गृह में बीजेपी की असम इकाई की कोर कमेटी के साथ बैठक करने का भी कार्यक्रम है. इससे पहले अमित शाह ने जम्मू कश्मीर का दौरा किया था. पांच अक्टूबर को कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ बातचीत से पूरी तरह इंकार करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि उनकी सरकार जम्मू-कश्मीर के लोगों से बातचीत करने में ज्यादा दिलचस्पी रखती है. साथ ही उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि विधानसभा चुनाव पूर्ण पारदर्शिता के साथ कराए जाएंगे. (इनपुट भाषा से भी)
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