कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए 2019 की तरह विजय प्राप्त करना नामुमकिन होगा. थरूर ने यह भी दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी लोकसभा चुनाव में 50 सीटें हार सकती है. तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर यहां केरल साहित्य महोत्सव में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. उन्होंने कहा, अगर आप देखें कि उन्होंने (बीजेपी) 2019 में कितना अच्छा प्रदर्शन किया, उनके पास हरियाणा, गुजरात और राजस्थान में लगभग सभी सीटें थीं…बंगाल में 18 सीटें थीं.
उन्होंने महोत्सव में एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा, अब वैसे परिणाम दोहरा पाना नामुमकिन है और बहुत मुमकिन है कि बीजेपी 2024 में बहुमत हासिल नहीं कर पाए. हालांकि एक महत्वपूर्ण सवाल पर कि क्या विपक्षी पार्टियां अगले लोकसभा चुनाव में एक साथ रहने वाली हैं, इस पर ऐसा उन्होंने कहा कि “जवाब देना असंभव है”.
2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 543 में से 303 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस केवल 52 ही जीत पाई थी. स्वतंत्रता के 75 वर्षों के बाद भारत के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बात करते हुए और राजनीति में परिवारवाद को लेकर थरूर ने कहा कि उनकी पार्टी को अलग करने वालों को भी देश के चारों ओर देखना चाहिए.
कांग्रेस के अलावा भी अन्य पार्टियों में है परिवारवाद
उन्होंने कहा, “जब हम उंगली उठाते हैं और कहते हैं ‘कांग्रेस वंश’… आप देश के चारों ओर देखिए और आप जो देख रहे हैं उनमें मुलायम सिंह (यादव) के बाद उनके बेटे ने सत्ता संभाली है. लालू प्रसाद यादव के उत्तराधिकारी उनके बेटे हैं, करुणानिधि के उत्तराधिकारी उनके बेटे हैं, बाल ठाकरे के बाद उनके बेटे, शरद पवार उनके उत्तराधिकारी उनकी बेटी और भतीजे हैं.”
एशिया के सबसे बड़े साहित्य सम्मेलनों में से एक केरल लिटरेचर फेस्टिवल नोबेल पुरस्कार विजेताओं, बुकर पुरस्कार विजेता लेखकों, वरिष्ठ राजनेताओं से लेकर इतिहासकारों, फिल्मी हस्तियों, राजनयिकों और कलाकारों तक साहित्यिक और संस्कृति के प्रतीक के एक उदार मिश्रण की मेजबानी कर रहा है.