कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने रविवार को हरियाणा के समाना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवारों के सवालों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि यह सवाल सिर्फ ध्यान भटकाने के प्रयास हैं. राहुल गांधी ने कहा कि नेशनल मीडिया भारत जोड़ो यात्रा को नहीं दिखाता है. दरअसल कई राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों के बारे में एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि सोशल मीडिया पर यात्रा को लेकर चर्चा हो रही है, लेकिन नेशनल मीडिया कुछ भी नहीं दिखाता है.
राहुल गांधी ने कहा कि यह पूछकर ध्यान भटकाने की कोशिश की जाती है कि कांग्रेस का सीएम या पीएम कौन होगा. वहीं शनिवार को, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा था कि भारत जोड़ो यात्रा 2024 के आम चुनावों के लिए राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट करने का प्रयास नहीं है.
किसान को बनाया जा रहा निशाना
कुरुक्षेत्र के पास समाना में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश की रीढ़ और लोगों का पेट भरने वालों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा, किसान को हर तरफ से घेरा जा रहा है. उसपर सीधे तौर पर ईंधन की कीमतों की मार पड़ रही है, उसे मौसम के कारण खराब हुई फसल के लिए बीमा दावे नहीं मिल रहे हैं. उसपर सीधे तौर पर खाद की बढ़ी हुई कीमतों की मार पड़ रही है.
हम करेंगे किसानों की मदद
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि तीन कृषि कानून (अब निरस्त), कृषि कानून नहीं थे. वे उन (किसानों को) पर हमला करने का हथियार थे, जैसे कि नोटबंदी और त्रुटिपूर्ण वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) छोटे व्यापारियों पर हमले के लिए हथियार थे. इन्हें बचाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि किसानों पर हमले हो रहे हैं. मैं एक बात की गारंटी दे सकता हूं कि अगर कांग्रेस पार्टी कहीं भी सत्ता में आती है, तो इस हमले को रोका जाएगा. किसानों को बचाया जाएगा. अगर हम अरबपतियों के लाखों करोड़ रुपये माफ कर सकते हैं, तो हम किसानों की भी मदद कर सकते हैं.
टूट रहे युवाओं के सपने
अग्निपथ योजना पर राहुल गांधी ने कहा कि यह देश अपने युवाओं से झूठ बोल रहा है. मैंने 3,000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा की है और युवाओं से पूछा है कि वे क्या करना चाहते हैं, वे कहते हैं कि वे इंजीनियर, डॉक्टर, वकील बनना चाहते हैं, सेना और प्रशासन में शामिल होना चाहते हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि हकीकत यह है कि उनमें से सिर्फ 10 फीसदी को ही नौकरी मिलेगी और बाकी के सपने टूट जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि लोग जानते हैं कि बेरोजगारी बढ़ रही है क्योंकि पैसा 3-5 व्यक्तियों के हाथ में संकेंद्रित है.
पैदल मार्च तपस्या और आत्म-चिंतन
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि उनकी भारत जोड़ो यात्रा समाज में फैलाई जा रही नफरत और भय के साथ-साथ बेरोजगारी एवं महंगाई के खिलाफ है. गांधी ने यात्रा को लेकर कहा कि हम इसे तपस्या के रूप में देख रहे हैं. उन्होंने सलाह दी कि पैदल मार्च तपस्या और आत्म-चिंतन के लिए है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘तपस्या’ में विश्वास करती है जबकि भाजपा ‘पूजा’ का संगठन है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा और आरएसएस ‘तपस्या’ का सम्मान नहीं करते हैं, बल्कि वे चाहते हैं कि उनकी ‘पूजा’ करने वाले लोगों का ही सम्मान हो. गांधी ने कहा कि यात्रा का उद्देश्य लोगों को देश की सच्ची आवाज सुनाना है.
यह लड़ाई राजनीतिक नहीं रही: राहुल गांधी
एक सवाल के जवाब में गांधी ने कहा कि ‘एक बात जो मैंने समझी है वह यह है कि यह लड़ाई असल में राजनीतिक नहीं है, सतही तौर पर यह राजनीतिक लड़ाई है. जब हम बसपा या टीआरएस से लड़ते हैं तो यह राजनीतिक मुकाबला होता है. लेकिन देश में बदलाव आया है. उन्होंने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जिस दिन आरएसएस ने इस देश की संस्थाओं को नियंत्रित किया, लड़ाई राजनीतिक नहीं रही. अब यह एक अलग लड़ाई बन गई है. आप इसे विचारधारा की लड़ाई कह सकते हैं, धर्म की लड़ाई कह सकते हैं, या आप इसे कोई रूपरेखा दे सकते हैं, लेकिन यह राजनीतिक लड़ाई नहीं है.
बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि उनके नेतृत्व में जारी भारत जोड़ो यात्रा को देश में हर जगह लोगों की शानदार प्रतिक्रिया मिली है. उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी पदयात्रा भय और नफरत के खिलाफ है, जो समाज में फैलाई जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह यात्रा बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ भी है. राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा का एक मकसद यह भी है कि लोग देश की वास्तविक आवाज सुनें. कुरुक्षेत्र के नजदीक समाना में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को हर जगह शानदार प्रतिक्रिया मिली है.