कर्नाटक में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां, गदग जिले के शगोती गांव के दलितों ने कथित तौर पर दावा किया है कि उनको गांव की किराना दुकानों, मंदिरों और होटलों में प्रवेश से प्रतिबंधित कर दिया गया है. उन्होंने यह भी दावा किया है कि मामले को लेकर शासन ने गांव के अगड़ी जाति के लोगों के साथ बैठक भी की थी लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है.दुकान वालों को भी सामान देने से मना कर दिया है और ऐसा करने पर 2500 का फाइन लगाने का निर्देश दिया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गांव के दलित नेता ने कथित तौर पर दावा किया कि अधिकारियों के साथ बैठक में अगड़ी जाति के लोग भेदभाव खत्म कर बराबरी से समाज में रहने पर तैयार हो गए थे फिर भी स्थिति में अभी तक कोई बदलाव नहीं आया है. मीटिंग खत्म होने के बाद स्थिति पहले की ही तरह बनी हुई है. दलित नेता ने कहा है कि अगर हम समानता की मांग करते हैं तो वे कहते हैं कि ऐसा नहीं करने देंगे. समाज से बहिष्कार के बाद उनको देखने के लिए अभी तक कोई उनके पास नहीं आया है न ही यह जानने का प्रयास किया है कि उनकी हालत में सुधार हुआ है या नहीं.
‘बच्चों को दूध और बिस्किट भी नहीं मिल पा रहा है’
स्थानीय विधायक को लेकर दलित नेता ने कहा कि वो कभी भी गांव के भ्रमण पर नहीं आए. दलित नेता ने आगे कहा कि उनके बहिष्कार के बाद उनके सामने कई तरह की समस्या खड़ी हो गई है. उनके पास खाने की चीजें नहीं बची हैं क्योंकि ग्रामीणों ने किराने की दुकान पर जाने से रोक दिया है. यहां तक कि बच्चों को दूध और बिस्किट भी नहीं मिल पा रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि इतनी सारी समस्याओं के बाद भी कोई नेता इस मुद्दे का हल निकालने के लिए सामने नहीं आया है.दलित नेता ने यह भी दावा किया कि गुरुवार को एक दलित कपल शादी की रस्मों को पूरा करने के लिए मंदिरा गया था लेकिन गांव के अगड़ी जाति के लोग परिसर में एंट्री से रोक दिया.
दुकान वालों को भी सामान नहीं देने की हिदायत
दलित नेताओं ने दावा किया है कि गांव के लोगों ने दुकानदारों को सख्त हिदायत दी है कि अगर किसी ने उन्हें सामान दिया तो उनको 2500 रुपए का फाइन भरना होगा. इसके बाद उन लोगों ने दूसरे गांव से खाने का सामान खरीद कर लाए हैं. वहीं, गदग के डिप्टी कमिश्नर एमएल वैशाली ने कहा है कि अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ पहले दौर की बातचीत की है और इस तरह के व्यवहार को लेकर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी और डिप्टी एसपी ने गांव का दौरा किया था और बैठक की थी. अगर दोबारा ऐसा होता है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.